18वीं लोकसभा के पहले सत्र में मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव को लेकर उठापटक जारी है. भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की तरफ से एक बार फिर ओम बिरला को ही अपना उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं, अब विपक्ष ने के. सुरेश को अपना प्रत्याशी घोषित किया है.
दरअसल, पहले विपक्ष डिप्टी स्पीकर की पोस्ट को लेकर अड़ा हुआ था. विपक्ष का कहना था कि वह स्पीकर के पद के लिए एनडीए का समर्थन करेंगे, लेकिन डिप्टी सीपकर का पद विपक्ष को देना होगा. लेकिन इस मुद्दे पर जब दोनों के बीच सहमति नहीं बनी तो विपक्ष ने भी अपना उम्मीदवार उतार दिया.
मंगलवार को ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष के पास राजनाथ सिंह का कॉल आया था. उन्होंने कहा कि स्पीकर पद पर विपक्ष को समर्थन करना चाहिए और एक राय बनानी चाहिए. हमने कहा कि हम स्पीकर का समर्थन करेंगे, लेकिन डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिलना चाहिए. राजनाथ सिंह ने कहा था कि मल्लिकार्जुन खड़गे को कॉल बैक करेंगे. लेकिन वो कॉल अभी तक नहीं आया. मोदी कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं. अगर डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिलेगा, तब ही हम समर्थन करेंगे.
एनडीए नेताओं के बीच चल रही अहम बैठक
इस बीच लोकसभा स्पीकर के चुनाव के लिए एनडीए के प्रस्तावक का नाम सामने आ गया है. एनडीए की तरफ से वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी को प्रस्तावक बनाया गया है. नामांकन से पहले केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतनराम मांझी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान और जनता दल यूनाइटेड की तरफ से ललन सिंह, राममोहन नायडू और अनुप्रिया पटेल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पास पहुंचे हैं. यहां एक अहम बैठक चल रही है.
विपक्ष ने भी उतारा अपना स्पीकर उम्मीदवार
बता दें कि लोकसभा अध्यक्ष के उम्मीदवार के नामांकन का आज आखिरी दिन था. इस देखते हुए विपक्ष ने भी अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया. अब कल स्पीकर का चुनाव होगा. देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है, जब लोकसभा अध्यक्ष के पद के लिए चुनाव होगा.
लोकसभा में क्या है नंबरगेम?
लोकसभा के नंबरगेम की बात करें तो इस बार तस्वीर 2014 और 2019 के मुकाबले अलग है. एनडीए की अगुवाई कर रही बीजेपी 240 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन दो चुनाव बाद पार्टी पूर्ण बहुमत के लिए जरूरी 272 के जादुई आकंड़े से पीछे रह गई. लोकसभा में एनडीए का संख्याबल 293 है. वहीं, विपक्ष की बात करें तो कांग्रेस को 99 सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन राहुल गांधी दो सीट से जीते थे इस लिहाज से सांसदों की संख्या 98 थी. राहुल ने वायनाड सीट छोड़ दी है. ऐसे में पार्टी की सीटें भी अब 98 हो गई हैं. कांग्रेस की अगुवाई वाले इंडिया ब्लॉक के 233 सांसद हैं. सात निर्दलीय समेत 16 अन्य भी चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं.