फेसबुक हेट स्पीच मामले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस में आर-पार की जंग चल रही है. इस विवाद के बीच फेसबुक इंडिया के प्रमुख अजित मोहन बुधवार को आईटी मामलों की संसदीय समिति के सामने पेश हुए. कांग्रेस नेता शशि थरूर की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति ने सुनवाई के लिए फेसबुक के प्रतिनिधियों को बुलाया था. सुनवाई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग को रोकने के लिए हुई.
संसद में हुई सुनवाई के दौरान आईटी मंत्रालय के अधिकारी भी मौजूद थे. आईटी मामलों की संसदीय समिति के सदस्यों ने फेसबुक के अधिकारी से 90 से ज्यादा सवाल किए. वहीं, बैठक के बाद शशि थरूर ने ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि साढ़े तीन घंटे से ज्यादा समय तक चली संसदीय समिति की बैठक समाप्त हो गई. मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि हम सर्वसम्मति से चर्चा फिर से शुरू करने के लिए सहमत हुए हैं.
In response to overwhelming media interest in the meeting of the ParliamentaryStandingCommittee on InformationTechnology that just adjourned, this is all I can say: we met for some three&a half hours & unanimously agreed to resume the discussion later, incl w/ reps of @Facebook.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) September 2, 2020
इस बैठक में तीखी बहस भी देखने को मिली. फेसबुक इंडिया के चीफ अजित मोहन ने कहा कि वह किसी भी पार्टी से संबंध नहीं रखते हैं. इस दौरान विपक्षी दलों ने उनसे कई सवाल किए. बीजेपी ने अजित मोहन के सामने फैक्ट चेक का मुद्दा उठाया. बीजेपी के सदस्यों ने आरोप लगाया कि अजित मोहन कांग्रेस के लिए काम करते हैं.
अजित मोहन ने इन आरोपों को खारिज किया. उन्होंने कहा कि मैंने मैकिन्से के साथ काम किया और केरल में कांग्रेस के लिए एक रिपोर्ट बनाई. अजित मोहन के मुताबिक, वह ये रिपोर्ट किसी भी पार्टी के लिए बनाते.
बैठक के बाद फेसबुक का बयान
समिति की बैठक के बाद फेसबुक ने बयान जारी किया है. फेसबुक की ओर कहा गया है कि हम संसदीय समिति को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने समय दिया. हम एक खुले और पारदर्शी मंच के रूप में और लोगों को आवाज देने और उन्हें खुद को स्वतंत्र रूप से व्यक्त करने की अनुमति देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
लगातार लिखी जा रही हैं चिट्ठियां
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया में फेसबुक इंडिया को लेकर कई तरह के खुलासे किए गए. इसमें हेट स्पीच के मामलों में भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों को ढील देने जैसे आरोप लगाए गए हैं. इस मसले पर कांग्रेस की ओर से फेसबुक प्रमुख मार्क जकरबर्ग को दो बार चिट्ठी लिखी जा चुकी है. वहीं, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी मंगलवार को मार्क जकरबर्ग को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने फेसबुक पर कई गंभीर आरोप लगाए थे.