किसान आंदोलन को नई धार देने के लिए हरियाणा और उत्तर प्रदेश में दो बड़ी महापंचायत का ऐलान किया गया है. सोमवार को जींद (हरियाणा) और बिजनौर (यूपी) में बड़ी किसान पंचायत होगी. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि रविवार को बड़ौत में बड़ी किसान पंचायत होगी. बिजनौर में होने वाली पंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत मौजूद रहेंगे. इस बीच नरेश टिकैत ने बड़ौत की पंचायत के बाद दिल्ली कूच का ऐलान किया है. इन पंचायतों के लिए खाप तैयारी में जुटी हैं और लाखों लोगों के पंचायत में जुटने की संभावना है.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि क्राइम ब्रांच को 26 जनवरी के दिन हुई हिंसा के संबंध में जनता से 1,700 मोबाइल क्लिप्स और सीसीटीवी फुटेज मिले हैं.
Delhi Police crime branch has received 1,700 mobile clips and CCTV footage from the public in connection with the 26th January violence: Delhi Police
— ANI (@ANI) January 30, 2021
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डॉक्टर दर्शन पाल की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हम सुरक्षा बलों के गैरकानूनी उपयोग द्वारा किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए पुलिस के प्रयासों की निंदा करते हैं. पुलिस और बीजेपी के गुंडों द्वारा लगातार हो रही हिंसा, सरकार की बौखलाहट दिखाती है. पुलिस अमानवीय ढंग से प्रदर्शनकारियों और पत्रकारों को धरना स्थलों से गिरफ्तार कर रही है. हम सभी शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों की तत्काल रिहाई की मांग करते हैं. हम उन पत्रकारों पर पुलिस के हमलों की भी निंदा करते हैं जो लगातार किसानों के विरोध को कवर कर रहे हैं.
संयुक्त किसान मोर्चा ने आज सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए बयान पर कहा कि किसान अपनी चुनी हुई सरकार को मनाने के लिए दिल्ली की चौखट पर आ गए हैं और इसलिए सरकार से किसान संगठनों का बातचीत के लिए दरवाजा बंद करने का कोई सवाल ही नहीं है. हम तीनों कृषि कानूनों को पूर्ण रूप से निरस्त करना चाहते हैं और सभी किसानों के लिए एमएसपी पर कानूनी अधिकारों की गारंटी की मांग करते हैं.
प्रधानमंत्री जी ने आज जो बात कही है, उसका हम स्वागत करते हैं, हमारी तो बस छोटी-सी माँग है, तीनों काले कानून वापिस लो और MSP पर कानून बना दो। उम्मीद है अब सरकार किसानों की ये छोटी-सी माँग जरूर मानेगी।
— Naresh Tikait (@NareshTikait_) January 30, 2021
हरियाणा सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय ने बताया कि राज्य सरकार ने कल शाम 5 बजे तक अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाड़ी, सोनीपत, पलवल और झज्जर में वॉयस कॉल को छोड़कर इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया है.
#UPDATE: Internet services except voice calls to remain suspended in Ambala, Yamuna Nagar, Kurukshetra, Karnal, Kaithal, Panipat, Hisar, Jind, Rohtak, Bhiwani, Charkhi Dadri, Fatehabad, Rewari, Sonipat,Palwal&Jhajjar till 5 pm tomorrow:Haryana Directorate of Info&Public Relations https://t.co/v8leLOKX5M
— ANI (@ANI) January 30, 2021
दिल्ली पुलिस ने बताया कि 26 जनवरी को हुई हिंसा मामले में अब तक 38 एफआईआर दर्ज की जा चुकी है जबकि अब तक 84 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर धार्मिक झंडा लहराए जाने को लेकर योगेंद्र यादव ने कहा कि हमने इस हिंसा की नैतिक जिम्मेदारी ली. लाल किले के दोषियों को सजा दी जाए. उन्होंने यह भी कहा कि किसान बातचीत के लिए पहले दिन से तैयार हैं.
मोदी सरकार का ट्रेडमार्क- अमानवीय अत्याचार! pic.twitter.com/LL2KGeBTjg
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 30, 2021
प्रिय @TwitterIndia और @verified आपसे निवेदन है कि तत्काल मेरे अधिकारिक @RakeshTikaitBKU व भारतीय किसान यूनियन @OfficialBKU को वेरिफ़ाई कीजिए..!क्योंकि हमारे नाम से अनेकों Fake अकाउंट बन गये है और वर्तमान परिस्थितियों में Official हैंडल का वेरिफ़ाई होना अत्यन्त ज़रूरी है..!
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) January 30, 2021
गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर धार्मिक झंडा लहराए जाने की घटना पर कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि बिना इजाजत के कोई लाल किले में नहीं पहुंच सकता. वे लोग सीधा लाल किला चले गए और वो लोग खुद कह रहे हैं कि हमें किसी ने नहीं रोका. आंदोलन को तोड़ने के लिए कई षड्यंत्र रचे जा रहे हैं.
बिना इजाजत के कोई लाल किले में नहीं पहुंच सकता। वे लोग सीधा लाल किला चले गए और वो लोग खुद कह रहे हैं कि हमें किसी ने नहीं रोका। आंदोलन को तोड़ने के लिए कई षड्यंत्र रचे जा रहे हैंः कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल pic.twitter.com/IHzbyF5pJi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 30, 2021
किसान आंदोलन के दम तोड़ने की चर्चाओं के बीच अब यह आंदोलन और बड़ा होने की ओर बढ़ रहा है. दरअसल, किसान नेता राकेश टिकैत ने एलान किया है कि महापंचायत में चर्चा के बाद किसान गाजीपुर बॉर्डर की तरफ कूच करेंगे. उन्होंने कहा कि बागपत पंचायत में किसानों पर जो राजनीति हो रही है. उस पर हम आपस में चर्चा करने के बाद ग़ाज़ीपुर बॉर्डर की तरफ कूच करेंगे. सभी किसान भाई तैयार रहें. अब बात किसान के सम्मान की है.''
सिंघु बॉर्डर पर इंटरनेट बंद करने के फैसले को लेकर आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सिंघु बॉर्डर पर इंटरनेट बन्द करने के पीछे मकसद यही था कि BJP वालों की हिंसा को छुपाया जा सके.
गाजीपुर, सिंघु और टिकरी बॉर्डर व आस-पास के इलाकों में 31 जनवरी यानी कल तक के लिए टेलीकॉम सर्विसेज पर रोक लगा दी गई है. यानी कल तक इन इलाकों में इंटरनेट की सेवा नहीं मिल सकेगी. प्रशासन ने यह फैसला किसान के प्रदर्शन की स्थिति सामान्य बनाए रखने और सुरक्षा के एहतियात से लिया है. इस संबंध में गृह मंत्रालय की तरफ से एक पत्र जारी किया गया है.
दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर और गाजियाबाद को आने वाली एनएच-24 की सड़कें बंद कर दी गई हैं. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने इस बात की जानकारी दी. इसस पहले किसान के प्रदर्शन के मद्देनजर गाजीपुर बॉर्डर के आसपास के इलाकों में इंटरनेट सेवाएं रोक दी गई थीं. किसानों के प्रतिनिधि अनशन पर है. दिल्ली से सटी सीमाओं पर किसान भारी संख्या में मौजूद हैं. किसानों के प्रदर्शन के दौरान किसी अनहोनी को टालने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किए गए हैं.
दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर मार्च के बाद झारखंड में किसानों के समर्थन में कांग्रेस टैक्टर रैली निकालने की तैयारी में है. कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव और राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने 31 जनवरी को ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया है. यह रैली देवघर के शहीद चौक से कारगिल चौक के लिए निकलेगी. यहां दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे. इस दौरान राज्य के कांग्रेस प्रमुख रामेश्वर ओरान और राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम भी मौजूद रहेंगे.
गाजीपुर बॉर्डर और आस-पास के इलाकों में इंटरनेट सेवा रोक दी गई है. बता दें कि गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत अपने समर्थकों के साथ डटे हुए हैं. इससे पहले किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने सिंघु बॉर्डर पर इंटरनेट सेवा बहाल करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि हमारी बातें लोगों तक नहीं पहुंच सके इसके लिए इंटरनेट सेवा रोकी गई है.
गाजीपुर में अभी भी सैकड़ों किसान जमे हुए हैं. यहां पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है.
People continue to remain at Ghazipur border, as farmers' agitation against the three #FarmLaws of the Central Government goes on. pic.twitter.com/9bNLKKibuP
— ANI UP (@ANINewsUP) January 30, 2021
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी आज दोपहर 12 बजे सिंघु बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली है. यहां पर किसान आगे की रणनीति की जानकारी देंगे.
किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने सिंघु बॉर्डर पर इंटरनेट सेवा बहाल करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि हमारी बातें लोगों तक नहीं पहुंच सके इसके लिए इंटरनेट बंद की गई है. दर्शन पाल सिंह ने कहा है कि अगर सरकार ने इंटरनेट सेवा नहीं शुरू की तो किसान प्रदर्शन करेंगे.
इधर शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में शुक्रवार को किसानों की महापंचायत हुई. इसमें फैसला किया गया कि मुजफ्फरनगर और पश्चिमी यूपी के अन्य जिलों से किसान शनिवार को दिल्ली की तरफ कूच करेंगे. महापंचायत में सियासी दलों के नेता भी पहुंचे. राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी मंच साझा किया था.
आज आंदोलनकारी किसान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि (30 जनवरी) पर उपवास रख रहे हैं. 26 जनवरी की हिंसा से दुखी किसान राष्ट्रपिता की पुण्यतिथि को सद्भावना दिवस के रूप में मना रहे हैं. किसान एकता मोर्चा के नेताओं ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि आप हमारे अनशन में शामिल हों और समर्थन करें. 30 जनवरी को 'सद्भावना दिवस' के रूप में मनाया जाएगा, हमारे सभी नेता सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उपवास रखेंगे.