आजतक के खास कार्यक्रम 'सीधी बात' में शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला शामिल हुए. सीधी बात कार्यक्रम के होस्ट और वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला से बात करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि ये देश किस तरफ जा रहा है, समझ में नहीं आता. अगर इलेक्शन जीतना है तो ठीक है किसी बात पर तो जीतो. आप क्या करेंगे, क्या नहीं करेंगे इस पर बात करो. मैंने पहले भी चुनाव देखे हैं लेकिन कान पकड़ता हूं कि आजकल क्या हो रहा है? भगवान और अल्लाह पर चुनाव मत जीतो, अपने काम पर जीतो. झूठ आसमान से आ रहा है. अब बस भगवान को ही उतरना है और कोई बात नहीं.
वहीं जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर आप समझते हैं कि बलपूर्वक या बेरहमी से आप लोगों का दिल जीत लेंगे तो आप गलतफहमी में हैं. हां आप खरीद सकते हैं लोगों को. वो हर जगह खरीदे जाते हैं. मगर आप दिलों को काबू नहीं कर सकते हैं. वो जब तक पैसा खाएंगे, जिंदाबाद करेंगे. जिस दिन आप पैसा देना बंद कर देंगे. उनका जिंदाबाद बंद हो जाएगा.
उन्होंने महबूबा मुफ्ती को लेकर कहा कि जो बीजेपी के साथ रहीं, उनका इन्होंने क्या हश्र किया. उन्हें कितने सालों तक नजरबंद रखा गया. अब उसे ED का समन आया है. मुझे दुख इस बात का है कि जो इनके साथ खड़ी रही. इसका बाप खड़ा रहा लोगों की इच्छा के विरुद्ध जाकर, उसके साथ ये कर रहे हैं. आज इनके साथ जो खड़े हैं कल उनका भी यही हाल होगा.
उनसे जब पूछा गया कि आपके खिलाफ भी केस दर्ज किए गए हैं. इस सवाल के जवाब में अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है. वो कुछ भी कर सकते हैं, करें. मेरा ईमान बदलने वाला नहीं है. मुझे ये जेल रखें, फांसी दें, कब्र में उतारें, फारूख अब्दुल्ला को डर नहीं लगता है. मैं जानता हूं कि मैं क्या हूं और किस बात के लिए स्टैंड ले रहा हूं. मुझे किसी और का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए कि मैं भारतीय हूं कि नहीं? मुझे नहीं चाहिए सर्टिफिकेट.
'सीधी बात' में जब फारूक अब्दुल्ला से जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली को सवाल किया गया तो जवाब में उन्होंने कहा कि अंग्रेज भी कहा करते थे कि ब्रिटिश साम्राज्य का सूरज कभी नहीं डूब सकता, डूबा या नहीं? तो फिर जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 बहाल कैसे नहीं हो सकता. जब अब्दुल्ला से पूछा गया कि कि गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर को दोबारा राज्य बनाया जा सकता है. इस पर पूर्व सीएम ने कहा ये बताइए कि केंद्र शासित प्रदेश राज्य बनते हैं कि राज्य केंद्र शासित प्रदेश बनते हैं.