गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा का निधन हो गया है. मृदुला सिन्हा शुरू से जनसंघ से जुड़ी रहीं और भाजपा की प्रभावी नेता थीं. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने दुख जताया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मृदुला सिन्हा जी हमेशा जनसेवा को लेकर अपने प्रयासों के लिए याद की जाएंगी. वो एक कुशल लेखक थीं, जिन्होंने संस्कृति के साथ-साथ साहित्य की दुनिया में भी बहुत बड़ा योगदान दिया है. उनके निधन से दुखी हूं. उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं.
Smt. Mridula Sinha Ji will be remembered for her efforts towards public service. She was also a proficient writer, making extensive contributions to the world of literature as well as culture. Anguished by her demise. Condolences to her family and admirers. Om Shanti. pic.twitter.com/EmYWcFEb5g
— Narendra Modi (@narendramodi) November 18, 2020
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि गोवा की पूर्व राज्यपाल व वरिष्ठ भाजपा नेता मृदुला सिन्हा जी का निधन बहुत दुखद है. उन्होंने जीवन पर्यन्त राष्ट्र, समाज और संगठन के लिए काम किया. वह एक निपुण लेखिका भी थीं, जिन्हें उनके लेखन के लिए भी सदैव याद किया जाएगा. उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. ॐ शान्ति.
गोवा की पूर्व राज्यपाल व वरिष्ठ भाजपा नेता मृदुला सिन्हा जी का निधन बहुत दुःखद है। उन्होंने जीवन पर्यन्त राष्ट्र, समाज और संगठन के लिए काम किया। वह एक निपुण लेखिका भी थी, जिन्हें उनके लेखन के लिए भी सदैव याद किया जाएगा। उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। ॐ शान्ति
— Amit Shah (@AmitShah) November 18, 2020
27 नवंबर 1942 को बिहार के मुजफ्फपुर में जन्मीं मृदुला सिन्हा गोवा की पहली महिला राज्यपाल थीं. राजनीति के अलावा साहित्य की दुनिया में भी उनका नाम काफी ऊंचा था. उन्होंने अपने जीवन में 46 से ज्यादा किताबें लिखीं हैं. विजयाराजे सिंधिया पर लिखी उनकी किताब ‘एक थी रानी ऐसी भी’ पर फिल्म भी बनी थी.
उनके पति डॉक्टर रामकृपाल सिन्हा बिहार में कैबिनेट मंत्री और केंद्र सरकार में राज्य मंत्री रहे. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान मृदुला सिन्हा केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष रहीं. बाद में उन्हें गोवा की राज्यपाल बनाया गया था.