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ओडिशा में कांग्रेस को मिली मजबूती, पूर्व मुख्यमंत्री गिरिधर गमांग समेत चार बड़े नेता पार्टी में शामिल

पूर्व मुख्यमंत्री और नौ बार के लोकसभा सांसद गिरिधर गमांग के अलावा पूर्व सांसद हेमा गमांग, पूर्व सांसद संजय भोई और पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र शिशिर गमांग भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन और ओडिशा कांग्रेस प्रभारी व पूर्व सांसद डॉ. अजॉय कुमार की मौजूदगी में चारों नेताओं ने कांग्रेस का दामन थामा.

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ओडिशा के चार बड़े नेताओं ने थामा कांग्रेस का दामन
ओडिशा के चार बड़े नेताओं ने थामा कांग्रेस का दामन

ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को बुधवार को बड़ी सफलता मिली है. कारण, ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री गिरिधर गमांग समेत चार बड़े नेताओं ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. पूर्व मुख्यमंत्री और नौ बार के लोकसभा सांसद गिरिधर गमांग के अलावा पूर्व सांसद हेमा गमांग, पूर्व सांसद संजय भोई और पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र शिशिर गमांग भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन और ओडिशा कांग्रेस प्रभारी व पूर्व सांसद डॉ. अजॉय कुमार की मौजूदगी में चारों नेताओं ने कांग्रेस का दामन थामा. 

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इस दौरान प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि इन सभी नेताओं का ओडिशा के विकास में बहुत बड़ा योगदान रहा है. इन नेताओं के आने से कांग्रेस की विचारधारा को मजबूती मिलेगी. इससे कांग्रेस ओडिशा और देश में भी मजबूत होगी, राहुल गांधी की न्याय की लड़ाई में बल मिलेगा. 

वहीं डॉ. अजॉय कुमार ने कहा कि आज एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है. क्योंकि आज ओडिशा के चार बड़े लोकप्रिय नेता कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहे हैं. वह गिरिधर गमांग जी को धन्यवाद देते हैं, जो ना केवल आदिवासी समाज, बल्कि ओडिशा के हर समुदाय में भी लोकप्रिय हैं. उन्होंने हेमा गमांग, संजय भोई और शिशिर गमांग का भी पार्टी में स्वागत किया. 

पूर्व मुख्यमंत्री गिरिधर गमांग ने कहा कि देश में कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है, जो सिद्धांतवादी राजनीति करती है. कांग्रेस ने उन्हें 11 बार टिकट दिया, जो कोई पार्टी नहीं कर सकती है. वह मुख्यमंत्री के अलावा नौ बार सांसद और 11 साल केंद्र में मंत्री रहे हैं. वह दूसरे दल में रहे, लेकिन सम्मान केवल कांग्रेस ही दे सकती है. राहुल गांधी जी ने जो कदम उठाया है, वह राजनीतिक नहीं बल्कि संवैधानिक है. हम सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय की लड़ाई लड़ते रहेंगे.

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