गोवा में विधानसभा चुनाव गंवाने के बाद से ही कांग्रेस के अंदर अंदरूनी लड़ाई का दौर जारी है. इस बीच खबर आ रही है कि अब पार्टी के 6 से 10 विधायक बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. ऐसी स्थिति में गोवा में कांग्रेस की हालत और ज्यादा कमजोर हो जाएगी.
वर्तमान में कांग्रेस के गोवा विधानसभा में 11 विधायक हैं. अगर 10 विधायक पार्टी का साथ छोड़ देते हैं, उस स्थिति में कांग्रेस के पास सिर्फ एक विधायक रह जाएगा. खबर है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और माइकल लोबो ने ही बागी तेवर दिखाए हैं और उनके समर्थन में कई कांग्रेस विधायक हैं. ये अलग बात है कि अभी तक दोनों ही नेता इन खबरों को सिर्फ अटकलें बता रहे हैं.
इस बारे में माइकल लोबो ने कहा है कि ये सब अफवाह है. ऐसा कुछ नहीं है. अभी सत्र शुरू होने वाला है, तो कोई ना कोई अफवाह तो फैलाएगा ही. मुझे अभी किसी विधायक को लेकर ऐसी जानकारी नहीं है. अगर कुछ होगा तो आपको सबसे पहले बता दूंगा.
वहीं गोवा कांग्रेस अध्यक्ष अमित पाटकर ने यहां तक कह दिया है कि बीजेपी के लोग ही ऐसी अफवाह फैला रहे हैं. उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया है कि पूरी कांग्रेस एकजुट है और कोई भी पार्टी छोड़कर नहीं जाने वाला है. वैसे ये विवाद एक मीटिंग की वजह से शुरू हुआ है. मर्गओ के एक होटल में कांग्रेस के सात विधायकों की आपसी मीटिंग हुई थी. बैठक को लेकर कांग्रेस विधायक एलेक्सो सिक्वेरा ने कहा था कि इस मीटिंग के लिए आलाकमान ने नहीं बुलाया. एक विधायकों की ही शिष्टाचार भेंट थी. इस मीटिंग में दिगंबर कामत नहीं आए थे.
इंडिया टुडे ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिगंबर कामत के बैठक में न आने के सवाल पर माइकल लोबो ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता एक धार्मिक बैठक के लिए बाहर गए हुए हैं. दिनेश गुंडू राव यही हैं. हम और जानकारी जुटाने के लिए बैठक कर रहे हैं. लोबो ने कहा कि कांग्रेस में कोई आंतरिक अशांति नहीं है. उन्होंने कहा कि संगठन की मौजूदा जमीनी स्थिति को समझने के लिए पार्टी फिर से बैठक करेगी.
वहीं पूरे विवाद कांग्रेस नेता दिनेश गुंडो ने स्पष्ट कर दिया है कि सभी विधायक उनके साथ ही हैं और आज शाम को उनकी साथ में परेड भी निकाली जाएगी. ऐसा कर एकजुटता का संदेश देने का प्रयास रहेगा.