सूरत नगर निगम चुनाव में इस साल 27 सीटें जीतने के बाद मुख्य विपक्ष के तौर पर कांग्रेस को हटाकर बीजेपी के सामने बैठी आम आदमी पार्टी, बीजेपी के गढ़ गुजरात में दूसरे किले पर जीत की तैयारी में उतर रही है.
आम आदमी पार्टी अगले महीने गांधीनगर निकाय चुनाव लड़ेगी. गांधी नगर नगर निगम चुनाव के लिए 11 वार्डों पर कुल 44 सीटों में से 40 पर पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी. पार्टी ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान मार्च में ही कर दिया था लेकिन तब चुनाव स्थगित हो गए थे और अब 3 अक्टूबर को संभावित हैं. आम आदमी पार्टी की राज्य इकाई से लेकर केंद्रीय नेतृत्व पूरी ताकत से गुजरात विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा हुआ है और उससे पहले सभी नगर निगम या निकाय चुनाव में लड़ते हुए अपने संगठन की ताकत का लिटमस टेस्ट भी कर रहा है.
आप के हौसले बुलंद
पिछले साल सूरत में ना सिर्फ खाता खोलकर बल्कि मुख्य विपक्ष के तौर पर कांग्रेस को हटाते हुए 27 सीट जीतकर आम आदमी पार्टी ने पूरे गुजरात में सबको चौंका दिया था. सूरत बीजेपी का न सिर्फ गढ़ है बल्कि उसके पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल भी सूरत से आते हैं. ऐसे में आप को मिली सीटों ने उसके हौसले और मजबूत कर दिया है. सिर्फ गांधीनगर नगर निगम ही नहीं बल्कि तीन दूसरी नगर पालिकाओं के साथ-साथ दूसरे इलाकों के निकाय चुनाव में भी आम आदमी पार्टी उतरने की तैयारी में है. इतना ही नहीं चुनाव से साल भर पहले विजय रुपाणी को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने और नए मुख्यमंत्री बनाए जाने को भी आम आदमी पार्टी ने मुद्दा बना दिया है.
पार्टी प्रभारी ने गुजरात में डाला डेरा
दिल्ली के विधायक और गुजरात में पार्टी के प्रभारी गुलाब सिंह लगातार गुजरात के अलग-अलग जिलों में डेरा जमाए हुए हैं और रविवार से पूरी रणनीति के साथ गांधीनगर में मोर्चा संभालेंगे. शनिवार को अपने बयान में गुलाब सिंह ने कहा, "आज रात भावनगर जिले की मीटिंग लेकर गांधीनगर पहुंच रहा हूं. खुद डोर टू डोर कैंपेन करूंगा. गुजरात के सभी सीनियर लीडर कल से गांधीनगर डोर टू डोर कैंपने में जुटेंगे एक-एक घर जाएंगे- लड़ेंगे जीतेंगे."
पार्टी प्रदेश संयोजक गोपाल इटालिया और दूसरे वरिष्ठ नेता ईशूदान गाढवी हर रोज गांधीनगर में जनसभाएं कर रहे हैं. आजतक से बातचीत करते हुए आप नेता और पूर्व पत्रकार ईशूदान गढवी ने कहा, "हम गांधी नगर नगर निगम चुनाव के लिए पूरी तैयारियों से जुड़े हुए हैं और गांधीनगर में सूरत से बेहतर प्रदर्शन करेंगे. आज की तारीख में हम 28 से 30 सीटों पर जीत का दावा कर रहे हैं. कोरोना के दौर में लोगों ने सरकार की नाकामियों देखी है जिसने मरने वालों का आंकड़ा भी छुपाया. हम जनता के बीच मुद्दों को लेकर जा रहे हैं."
ऐसे में गांधी नगर नगर निगम चुनाव बीजेपी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को मिलाकर त्रिकोणीय मुकाबले में बदल सकता है. साथ ही राज्य के दूसरे इलाकों में निकाय चुनाव के नतीजे भी आगे चुनाव के लिए दिशा दिखा सकते हैं.