केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को अंडमान निकोबार द्वीप समूह पहुंचे. उन्होंने यहां पर कई अन्य विकास कार्यों को भी देखा. इसके अमित शाह ने पोर्ट ब्लेयर में नेशनल सेल्युलर जेल का भी दौरा किया और शहीद स्मारकों पर माल्यार्पण किया. शाह जेल की उस कोठरी को भी देखने पहुंचे जहां वीर सावरकर को रखा गया था. यह कार्यक्रम शाम 4.30 बजे से शााम 7 बजे तक का है.
जानकारी के मुताबिक शाह 'स्वतंत्र ज्योति' भी घूमने के लिए गए. जिसके बाद शाह 'वीर सावरकर' को श्रद्धांजलि अर्पित कर 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत आयोजित किये जाने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यकमों में भी शामिल हुए. वहीं अपने तय कार्यक्रम में उन्होंने 'गो-गो टूरिस्ट बस' को भी हरी झंडी दिखाई.
अमित शाह का संबोधन-
अमित शाह ने यहां पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'मोदी जी ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का निर्णय इसलिए लिया है कि विशेषकर युवा पीढ़ी को आजादी के संग्राम की जानकारी मिले.' उन्होंने आगे कहा कि जिनका नाम गुमनाम हो गया, ऐसे अंजान स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता के और आजादी में उनके योगदान का परिचय हमारी युवा पीढ़ी को मिले.
गृह मंत्री ने कहा कि आज दूसरी बार मुझे आजादी के तीर्थ स्थल पर आने का मौका मिला है. मैं जब-जब यहां आता हूं, एक नई ऊर्जा और प्रेरणा प्राप्त करके यहां से जाता हूं.
सेल्युलर जेल के बारे में बोलते हुए शाह ने कहा कि देश भर के लोगों के लिए अंग्रेजों द्वारा बनाई गई ये सेल्युलर जेल सबसे बड़ा तीर्थ स्थान है. उन्होंने आगे कहा कि इसीलिए सावरकर जी कहते थे कि ये तीर्थों में महातीर्थ है, जहां आजादी की ज्योति को प्रज्वलित करने के लिए अनेकों लोगों ने बलिदान दिए. ऐसे में आज स्वतंत्रता आंदोलन की इस तपोस्थली और संकल्प स्थली पर जब मैं आया हूं, तब अनेक स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और उनके संकल्प को सम्मान के साथ मैं नमन करता हूं.
अपने संबोधन में अमित शाह ने कह कि अब जिस रास्ते पर मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने आगे बढ़ने और चलने का निर्णय लिया है, वो पीछे मुड़ने का नहीं बल्कि आगे बढ़ते रहने का रास्ता है और सावरकर और सान्याल जैसे वीर स्वतंत्रता सेनानियों की संकल्पना का भारत बनाने का रास्ता है.
उन्होंने आगे कहा कि एक ओर आजादी के अमृत महोत्सव के माध्यम से देश की युवा पीढ़ी में फिर से एक बार देश के लिए कुछ करने का जज्बा और देशभक्ति की भावना को जागृत करना है. वहीं दूसरी ओर इस देश को कैसा बनाना है, मोदी जी हमेशा कहते हैं भारत प्रथम, इसकी कल्पना क्या है, इसके लिए संकल्प लेने का भी यही वर्ष है.
गुरुवार को गोवा थे अमित शाह
अमित शाह इससे पहले गुरुवार को गोवा में थे. इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार गोवा में पूर्ण बहुमत की कमल की सरकार बनाने के लिए चुनाव लड़ना है. पूर्ण बहुमत का मतलब स्थिरता होता है.
अमित शाह ने गोवा में बीजेपी कार्यकर्ताओं में जोश फूंकते हुए कहा कि इस बार गोवा में पूर्ण बहुमत की कमल की सरकार बनाने के लिए चुनाव लड़ना है. पूर्ण बहुमत का मतलब स्थिरता होता है. पूर्ण बहुमत का मतलब भ्रष्टाचार मुक्त शासन करने का अधिकार है. पूर्ण बहुमत का मतलब भ्रष्टाचार मुक्त शासन करने का अधिकार है.
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पूर्ण बहुमत का मतलब अंत्योदय की नीति को जमीन पर चरितार्थ करना है. उन्होंने कहा कि आजादी के पहले और बाद में जितने भी राजनीतिक दल बने उन सबमें बीजेपी एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसकी आत्मा कोई नेता नहीं, कार्यकर्ता होता है. कार्यकर्ता के बगैर बीजेपी की कल्पना ही नहीं हो सकती.