अगले साल यानि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) तैयारियों में जुटा हुआ है. अभी तक I.N.D.I.A गठबंधन की दो बड़ी बैठकें हो चुकी हैं और तीसरी बैठक जल्द ही मुंबई में होनी है. इन सबके बीच फिलहाल यह तय नहीं हो पाया है कि लोकसभा चुनाव में इस गठबंधन की तरफ से पीएम पद का चेहरा कौन होगा. जेडीयू नेता जहां पीएम पद के लिए बार-बार नीतीश कुमार का नाम आगे कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा है कि प्रधानमंत्री का चयन सत्ता में आने के बाद किया जाएगा.
पीएल पुनिया का बयान
कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा, 'क्या उनको पता नहीं है कि इंडिया अलाएंस ने निर्णय लिया है और इसके बारे में आम सहमति है कि प्रधानमंत्री कौन होगा, इसका निर्णय सत्ता में आने के बाद, बहुमत मिलने के बाद चुने हुए सांसदों द्वारा निर्णय लिया जाएगा. ये बात तो क्लियर है और उस पर सवाल खड़े करना ये बात सही है क्या? 2024 में स्मृति इरानी को अमेठी से हराया जाएगा और इंडिया अलाएंस या कांग्रेस की तरफ से जो भी कैंडिडेट खड़ा किया जाएगा, उसकी जीत निश्चित है.'
जेडीयू ने नीतीश का नाम किया आगे
इन सबके बीच मुंबई में होने वाली I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक से पहले जेडीयू ने एक बार फिर पीएम के लिए नीतीश कुमार का नाम आगे बढ़ाया है. बिहार सरकार में मंत्री और जनता दल यूनाइटेड (JDU) नेता जमा खान ने कहा है कि देश की जनता नीतीश को प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहती है. जमा खान के इस बयान के बाद एक बार फिर गठबंधन में पीएम के चेहरे को लेकर बहस छिड़ने के आसार हैं. जमा खान के बयान पर अभी तक सीएम नीतीश की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
हालांकि इसी साल अप्रैल में नीतीश कुमार ने जेडीयू कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था, 'मैं आप सभी से हाथ जोड़कर अनुरोध करता हूं कि देश के प्रधानमंत्री के रूप में मेरा नाम जपने से बचें. मैं 2024 के चुनाव के लिए बीजेपी के खिलाफ लड़ने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने पर काम कर रहा हूं. इस तरह की बयानबाजी से हमारे उद्देश्य को नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए मेरा नाम जपने से बचें.'
जब खड़गे ने दिया था ये जवाब
आपको बता दें कि जब बेंगलुरु में हुई I.N.D.I.A. गठबंधन की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सवाल पूछा गया कि विपक्षी गठबंधन का चेहरा कौन होगा? गठबंधन का नेतृत्व कौन करेगा? बैठक की अध्यक्षता करने वाले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसके जवाब में कहा कि कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाई जाएगी. इसमें 11 सदस्य होंगे. संयोजक और सह संयोजक भी बनाए जाएंगे जो सभी घटक दलों में समन्वय स्थापित करने का काम करेंगे. खड़गे के जवाब को इस बात का संकेत माना जा रहा है कि विपक्ष नरेंद्र मोदी के मुकाबले किसी नेता को आगे कर चुनाव मैदान में उतरने की जगह सामूहिक नेतृत्व के फॉर्मूले पर आगे बढ़ेगा.