कर्नाटक में 2023 विधानसभा चुनाव से पहले कैश बरामद किया गया है. कालाबुरगी के जेवारगी रोड पर फरहताबाद चेकपोस्ट से एक करोड़ की नकदी बरामद हुई है. कार का मालिक रवि मुदाबुला बिना किसी कागजात के कार में रुपए लेकर जा रहा था. कार की तलाशी ली गई तो एक करोड़ रुपये नकद मिले. पैसे जब्त कर रवि मुदाबुला को चुनाव अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया है.
कब है कर्नाटक में चुनाव
कर्नाटक में एक चरण में 10 मई को वोटिंग होगी. 13 मई को वोटों की गिनती होगी. कर्नाटक विधानसभा चुनाव को अगले साल 2024 के लोकसभा चुनाव का लिटमस टेस्ट माना जा रहा है. इसके चलते सभी की निगाहें कर्नाटक चुनाव पर लगी हैं. कांग्रेस ने 124 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट पहले ही जारी कर दी है तो जेडीएस ने भी 94 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर रखा है.
कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटें
कर्नाटक में 30 जिले हैं और 224 विधानसभा सीटें है. राज्य की 224 सीटों में से 51 सीटें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. इसमें 36 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति के लिए हैं तो 15 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व हैं. वहीं, 173 विधानसभा सीटें सामान्य वर्ग के लिए हैं.
कर्नाटक में कुल मतदाता
कुल आबादी - 6.1 करोड़
कुल वोटर- 5.21 करोड़
महिला वोटर- 2.59 करोड़
पुरुष वोटर- 2.62 करोड़
थर्ड जेंडर- 6699 मतदाता
कर्नाटक में पहली बार 9.17 लाख मतदाता वोटिंग में हिस्सा लेंगे. इस बार राज्य में 16,976 मतदाता ऐसे हैं, जो 100 साल की आयु पूरी कर चुके हैं जबकि 12.15 लाख मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 80 साल से ज्यादा है. राज्य में 5.5 लाख वोटर दिव्यांग भी हैं.
कर्नाटक में कुल पोलिंग बूथ
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए इस बार करीब 58,272 पोलिंग बूथ बनाए जा रहे हैं, जिनमें 24,063 बूथ शहरी क्षेत्र में होंगे. इनमें 1320 बूथ ऐसे हैं जिन्हें महिलाएं मैनेज करेंगी और 224 बूथ युवाओं के लिए होंगे. 224 बूथ दिव्यांगों को मैनेज करने के लिए दिए जाएंगे. मतदान प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए 29,141 बूथों की वेबकास्टिंग कराई जाएगी. इनमें 1200 बूथ ऐसे शामिल हैं जो अति संवेदनशील हैं.
2018 के नतीजे क्या कहते हैं
कर्नाटक विधानसभा की कुल 224 सीटों में से कांग्रेस 38.14 फीसदी वोटों के साथ-साथ 80 सीटें जीती थीं तो बीजेपी को 36.35 फीसदी वोटों के साथ 104 सीटें मिली थी. जेडीएस 18.3 फीसदी फीसदी वोटों के साथ 37 सीटें जीती थी. इसके अलावा एक सीट बसपा और दो सीटें अन्य को मिली थी. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन बहुमत के आंकड़ा नहीं पा सकी थी. बता दें कि 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 122 सीट मिली थी जबकि बीजेपी और जेडीएस को 40-40 सीटें मिली थी. 2013 के चुनाव तुलना में 2018 के चुनाव में कांग्रेस को 42 सीटों का नुकसान हुआ तो जेडीएस को 3 सीटों का घाटा हुआ था, लेकिन बीजेपी को 64 सीटों का फायदा मिला था.
अश्व्थ गौतम की रिपोर्ट