केरल में वीर सावरकर को लेकर एक बार फिर सियासत गरमा गई है. यहां कासरगोड में कांग्रेस के एक नेता ने अपने फेसबुक पेज पर हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर समेत अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीर वाले पोस्टर के जरिए गणतंत्र दिवस की बधाई दी है. हालांकि, इस पोस्टर के बाद कांग्रेस में ही विरोध तेज हो गया है. पार्टी नेताओं ने इस पोस्टर पर आपत्ति जताई है और खुलकर प्रतिक्रिया दी है.
जानकारी के मुताबिक, भारी विरोध के बाद कांग्रेस नेता बैकफुट पर आ गए और सोशल मीडिया से पोस्टर को डिलीट करना पड़ा. ये पूरा मामला कासरगोड जिले का है. यहां जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पीके फैसल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. उन्होंने विवाद के बाद सफाई दी और कहा- पोस्टर में डिजाइनर ने गलती की थी. कई लोगों द्वारा शेयर किए जाने के बाद यह फेसबुक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
कांग्रेस को सावरकर के समर्थन की जरूरत नहीं: फैसल
पीके फैसल ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा- गणतंत्र दिवस की बधाई के लिए एक डिजाइनर से पोस्टर बनवाया गया था. उसी की गलती की वजह से यह फोटो लगा दी गई. मेरा फेसबुक अकाउंट मेरे कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा हैंडल किया जा रहा था. हमने इसे ठीक कर दिया है और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को सावरकर जैसे लोगों का समर्थन करने की जरूरत नहीं है.
सितंबर में भी सावरकर की तस्वीर पर हुआ था विवाद
बताते चलें कि पिछले साल सितंबर में भी सावरकर के पोस्टर को लेकर केरल में विवाद खड़ा हो गया था. तब एर्नाकुलम जिले में भारत जोड़ो यात्रा के स्वागत के लिए 88 फीट लंबा बैनर लगाया गया था. इसमें सावरकर की भी तस्वीर लगाई गई थी. बाद में विवाद बढ़ने पर इस पोस्टर को हटा दिया गया था.
बीजेपी ने पोस्टर पर ली थी चुटकी
सितंबर में बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने 'भारत जोड़ो यात्रा' के एक पोस्टर की तस्वीर ट्वीट की थी और लिखा- एर्नाकुलम में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में वीर सावरकर की फोटो भी है. देर से ही सही, राहुल गांधी के लिए ये अच्छा रियलाइजेशन है, जिनके परनाना नेहरू ने पंजाब के नाभा जेल से सिर्फ दो हफ्ते में ही बाहर आने के लिए अंग्रेजों से गुहार लगाई थी, और एक दया याचिका पर हस्ताक्षर किए थे. बता दें कि इस पोस्टर में स्वतंत्रता सेनानियों के बीच में वीर सावरकर की भी फोटो थी.
कांग्रेस ने बताया प्रिंटिंग मिस्टेक
तब कांग्रेस ने अपना बचाव करते हुए इसे प्रिंटिंग मिस्टेक बताया था. कांग्रेस का कहना था कि वो पोस्टर पर स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीर चाहते थे. बूथ स्तर के एक कार्यकर्ता ने बताया कि पोस्टर डिजाइन करने वाले लड़के ने ऑनलाइन इन फोटो को खोजा था. उनकी ओर से इसकी सही से जांच नहीं हो सकी. ये एक प्रिंटिंग मिस्टेक है.
जब भगवा रंग में रंगा गया कांग्रेस कमेटी का कार्यालय
केरल के त्रिशूर जिले में भारत जोड़ो यात्रा के स्वागत के लिए कांग्रेस कमेटी को कार्यालय को नया रूप देना भारी पड़ गया था. कारण, कार्यालय को भगवा रंग में रंग दिया गया था. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो कांग्रेस ने इस पर संज्ञान लिया. कांग्रेस की तरफ से कहा गया था कि इमारत को तिरंगे के रंग में रंगने की योजना थी. लेकिन पेंटरों ने गलती से इसे भगवा रंग में रंग दिया. इसके बाद पार्टी नेताओं को इस गलती का ऐहसास हुआ और उन्होंने इस गलती को सुधारने के लिए भगवा पर हर रंग रंगवा दिया था.