केरल में एलडीएफ सरकार का आज शपथ ग्रहण हुआ. पिनराई विजयन ने लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ करीब 22 मंत्री भी शपथ ले सकते हैं. हालांकि, पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहीं केके शैलजा को इस बार कैबिनेट में शामिल नहीं किया जा रहा है, जिसको लेकर काफी बवाल मचा हुआ है.
पिनराई विजयन सरकार का शपथ ग्रहण दोपहर 3:30 बजे सेंट्रल स्टेडियम में शुरू हुआ. कैबिनेट में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने अपने दामाद मुहम्मद रियास को भी शामिल किया. एमवी गोविंदन, के राधाकृष्णन, साजी चेरियन, केएन बालगोपाल, पी राजीव, वीएन वासावन, वी शिवनकुट्टी, डॉ. आर बिंदू, वीना जॉर्ज और अब्दुल रहमान को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा रही. लेकिन मंत्रिमंडल कुछ यूं रहा-
केरल मंत्रिमंडल
केरल के नये मंत्रिमंडल में जेडीएस नेता के. कृष्णनकुट्टी और एनसीपी नेता ए के शशींद्रन शामिल हैं. इसके अलावा मंत्री बनने वालों में सीएम विजयन के दामाद पी ए मोहम्मद रियास, माकपा के ए विजयराघवन की पत्नी आर बिंदु, जी आर अनिल, चिंचू रानी और पी प्रसाद व अहमद देवरकोविल शामिल हैं. तिरुवनंतपुरम में हुए एक सादे समारोह में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने इन सभी को शपथ दिलाई.
सूत्रों का कहना है कि केके शैलजा को बाहर किए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग फिर से किसी महिला मंत्री को दिया जा सकता है. पिनराई विजयन ने नई केरल कांग्रेस को मंत्री पद और मुख्य सचेतक पद की पेशकश की है. केरल कांग्रेस के अध्यक्ष जोस के मणि ने घोषणा की थी कि रोशी ऑगस्टीन पार्टी से मंत्री पद के उम्मीदवार होंगे.