कोलकाता पुलिस ने आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को पूछताछ के लिए समन भेजा है. कोलकाता पुलिस ने अधिकारियों को यह समन पिछले साल स्टॉक ब्रोकर्स मामले में किए गए रेड को लेकर भेजा है. आयकर विभाग ने इस मामले में 8200 करोड़ की टैक्स चोरी का आरोप लगाया था. कोलकाता पुलिस ने इसी मामले में FIR दर्ज कर तीन अधिकारियों को रविवार को पूछताछ के लिए बुलाया है.
ऐसा लग रहा है कि आयकर विभाग ने कुछ उद्योगपतियों और नेताओं के कर चोरी के कुछ तथ्य जुटा लिए हैं. इसी मामले में कोलकाता पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 41 (ए) के तहत नोटिस भेजा है. इससे पहले, मंगलवार को भी कुछ अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था.
बंगाल में बढ़ी सियासी हलचल
इससे पहले, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के मामले में तीन आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी. तीनों अधिकारियों को डेप्युटेशन पर दिल्ली बुलाया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जेपी नड्डा की सुरक्षा में लापरवाही के चलते शनिवार को ये कार्रवाई की थी.
गृह मंत्रालय के एक्शन पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने प्रतिक्रिया दी है. टीएमसी के सांसद कल्याण बनर्जी ने गृह मंत्रालय पर पश्चिम बंगाल के IAS और IPS अधिकारियों को आतंकित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को डेप्युटेशन पर भेजना, गृह मंत्रालय द्वारा दबाव डालने की रणनीति है. ऐसा करके राज्य में इमरजेंसी जैसी स्थिति पैदा की जा रही है.
उधर, बीजेपी नेताओं पर हो रहे हमले को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ममता सरकार पर निशाना साधा है. कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी बीजेपीनेताओं पर ईंट बरसा रहीं हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर भी हमले की साजिश रची गई, लेकिन, बीजेपी की अपनी रीति-नीति है. हम अपनी सहिष्णुता नहीं छोड़ते. हम ईंट का जवाब फूल से देंगे. हमारा 'कमल' राज्य को नई पहचान देगा.