पंजाब कांग्रेस के कद्दावर नेता नवजोत सिंह सिद्धू को चंडीगढ़ में हिरासत में ले लिया गया है. वे उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों की कथित हत्या और फिर फैली हिंसा के मामले में प्रदर्शन कर रहे थे. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर अपनी गिरफ्तारी का वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि केंद्र सरकार के अत्याचारों के खिलाफ वे अपनी गिरफ्तारी दे रहे हैं. उन्होंने किसानों के समर्थन की बात करते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों की बर्बर हत्या की गई. हम किसानों के हक के लिए आखिरी सांस तक उनका साथ देंगे.
उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'लखीमपुर खीरी में किसानों की बर्बर हत्या की गई. केंद्र सरकार के इस अत्याचार के खिलाफ मैं अपनी गिरफ्तारी दे रहा हूं. हमलोग किसानों के हक के लिए आखिरी सांस तक उनके साथ खड़े रहेंगे.'
Arrested for protesting against atrocities of the Central Govt … barbaric murders of farmers in Lakhimpur Kheri, UP. We stand firmly with the Farmers, till our last breath !! pic.twitter.com/YpwhSitS8q
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) October 4, 2021
बता दें कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पंजाब और हरियाणा में आक्रोशित किसानों ने सोमवार को दोनों राज्यों में कई स्थानों पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने अलग अलग स्थानों पर केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार के पुतले फूंके और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ नारेबाजी की. किसानों ने मांग की कि हिंसा के सिलसिले में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए.
प्रदर्शन पंजाब के पटियाला, मोहाली, फिरोजपुर, अमृतसर, रूपनगर, मोगा, और मुक्तसर जबकि हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र तथा फतेहाबाद और केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में किये गये. प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है. यह मांग किसानों के खिलाफ टिप्पणी को लेकर है. दरअसल खट्टर ने रविवार को बीजेपी किसान मोर्चा की एक बैठक के दौरान कथित तौर पर “जैसे को तैसा” संबंधी टिप्पणी की थी और उन्होंने वहां मौजूद लोगों से 500 से 1000 लोगों का समूह बनाने और जेल जाने के लिये भी तैयार रहने को कहा था.
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इससे पहले प्रियंका गांधी को सीतापुर से हिरासत में लिया गया था. हिरासत में लिए जाने वाले सवाल पर प्रियंका गांधी ने कहा कि महिला और पुरुष पुलिसवालों ने उनकी गाड़ी को घेरा था. प्रियंका बोलीं, 'मैंने कानूनी ऑर्डर मांगा तो नहीं दिखाया गया. उस वक्त मैं लखनऊ PCC ऑफिस जाकर मीडिया से बात करना चाहती थी. लेकिन जब पुलिस ने इस तरह बर्ताव किया तो मैंने सोचा कि लखीमपुर जाना चाहिए.' पुलिस के बर्ताव पर प्रियंका ने कहा कि उन्होंने पुलिस से कहा था कि अगर मुझे इस तरह गाड़ी में बैठाकर ले जाएंगे तो इसे किडनैपिंग कहते हैं.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में भड़की हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी. हिंसा के सिलसिले में केंद्रीय मंत्री के बेटे और कई अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.