लोकसभा में गुरुवार को नए कृषि कानून को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मोदी सरकार पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि वो सिर्फ किसानों के मुद्दों पर चर्चा करेंगे, बजट पर नहीं. इस दौरान सदन में नारेबाजी भी हुई, लेकिन इसके बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया. स्मृति ईरानी ने राहुल पर उनके अमेठी के सांसद रहते किए गए कामों का उदाहरण देते हुए पलटवार किया.
स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी जब अमेठी के सांसद थे तो किसानों की जमीन ये कह कर ली गई कि महिलाओं के लिए कॉलेज खोला जाएगा. कॉलेज तो नहीं खुला, लेकिन दफ्तर खुल गए. जब प्रशासन ने जमीन वापस लेनी चाही तो वो किसानों के खिलाफ कोर्ट चले गए.
स्मृति ईरानी ने कहा कि ये सज्जन उस बजट को पीठ दिखा कर चल गए, जो बजट देश को आत्मनिर्भर बनाने वाला है. इसके लिए उन्हें जनता को जवाब देना पड़ेगा. जिस बजट में रूरल इन्फ्रास्ट्रक्चर का प्रावधान हो, उस पर चर्चा करना उन्हें स्वीकार नहीं. उन्होंने आगे कहा कि अमेठी में 194 ऐसी पंचायतें हैं जहां भवन तक नहीं थे. ये भवन नरेंद्र मोदी की सरकार में बने.
स्मृति ने कहा कि बार-बार हम पर आरोप लगता है कि मोदी सरकार द्वेष की भावना से काम करती है, तो उसका सबसे बड़ा उदाहरण अमेठी है जो दिखाता है कि मोदी सरकार राष्ट्र निर्माण और गरीब कल्याण की भावना से काम करती है. उन्होंने निर्मला सीतारमण के रक्षा मंत्री रहते अमेठी को AK-203 का प्रोजेक्ट दिया, वह भी तब जब मैं वहां की सांसद नहीं थी.
मैं बजट पर टिप्पणी नहीं करूंगाः राहुल गांधी
चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि मैं बजट पर टिप्पणी नहीं करूंगा. मैं आज सिर्फ किसान के मुद्दे पर बोलूंगा जो किसान शहीद हुए हैं, उन लोगों को श्रद्धांजलि नहीं दी गई. मैं सभी सांसदों से कहना चाहता हूं कि भाषण के बाद 2 मिनट के लिए मौन रहूंगा, आप मेरे साथ खड़े हो जाइए. इसके बाद लोकसभा स्पीकर ने इस पर टिप्पणी की थी, जिसके बाद राहुल गांधी वाकआउट कर गए.