कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर शनिवार को पार्टी ने पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी है. कांग्रेस ने बताया कि नामांकन करने वाले के पास 10 डेलिगेट्स का समर्थन जरूरी है. ये डेलीगेट्स नामांकन करने वाले के संबंधित राज्य से हो सकते हैं या फिर अलग-अलग राज्यों के भी चुने जा सकते हैं. पार्टी ने ये भी बताया है कि नामांकन करने वाले को चुनाव में वोटर होना जरूरी है. अध्यक्ष पद के चुनाव में 9 हजार से ज्यादा वोटर्स बनाए गए हैं.
बता दें कि एक दिन पहले अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी, शशि थरूर, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बोरदोलोई, अब्दुल खलीक ने मधुसूदन मिस्त्री को पत्र लिखा था और 'ट्रांसपेरेंसी और फेयरनेस' पर चिंता जताई थी. मनीष का कहना था कि वोटर सूची के बिना कांग्रेस अध्यक्ष पद के निष्पक्ष चुनाव कैसे होंगे? उन्होंने मांग की कि निष्पक्ष चुनाव के लिए पार्टी के वोटर का नाम-पता प्रकाशित किया जाना चाहिए.
मिस्त्री ने कहा- आपकी चिंता की सराहना करते हैं
शनिवार को मधुसूदन मिस्त्री ने एक लेटर जारी किया और जवाब में लिखा- 'मुझे डॉ. शशि थरूर, मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बोरदोलोई और अब्दुल खलीक का संयुक्त रूप से हस्ताक्षर वाला पत्र लिखा है. मैं आपकी चिंता को नोट करता हूं. पार्टी को मजबूत करने और इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष का स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने के आपके इरादे की सराहना करता हूं. आपकी चिंता का समाधान करते हुए मैं कुछ बताना चाहता हूं-
1. कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए कोई भी प्रतिनिधि (डेलिगेट) नामांकन दाखिल कर सकता है. इसके लिए उसका वोटर होना जरूरी है. उसे अपने राज्य के प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में नामांकन जमा करना होगा. राज्य में 10 समर्थकों (डेलिगेट) के नाम देना होंगे. नामांकन की वैधता के लिए राज्य सूची में उनके नाम और क्रम संख्या, हस्ताक्षरित होना जरूरी होगा.
2. पहली बार हम 28 राज्यों और 9 केंद्र शासित प्रदेशों के सभी डेलिगेट्स के लिए क्यूआर कोड आधारित पहचान पत्र जारी कर रहे हैं, जो कांग्रेस कमेटियों में हैं. जो लोग नामांकन दाखिल करना चाहते हैं, उन्हें यह पता करना होगा कि उनके पास एक प्रतिनिधि (Delegates) पहचान पत्र उपलब्ध है या नहीं. सिर्फ वैध पहचान पत्र वाले लोगों को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर करने की अनुमति होगी.
3. अगर कोई अलग-अलग राज्यों के 10 समर्थकों के साथ नामांकन करना चाहता है तो भी संभव है. हमारे कार्यालय में सभी 9000+ डेलीगेट्स की सूची है. 24 सितंबर को अपना नामांकन दाखिल करने से पहले 20 सितंबर (सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे) तक दिल्ली में एआईसीसी स्थित मेरे कार्यालय में आना होगा और सूची से अपने 10 समर्थकों (डेलिगेट्स) को चुन सकते हैं और नामांकन के लिए उनके (डेलिगेट) हस्ताक्षर करवाना होंगे.
नामांकन करने के बाद मिलेगी सूची
इससे डेलीगेट्स के नाम जाने सकते हैं और नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया के बारे में आपकी आशंकाओं का भी समाधान हो जाएगा. एक बार नामांकन पर हस्ताक्षर कर मुख्य रिटर्निंग अधिकारी को सौंप दिए जाने के बाद उन्हें डेलिगेट्स की पूरी सूची मिल जाएगी. मधुसूदन ने आगे लिखा- मुझे आशा है कि ये पत्र आपकी और अन्य सहयोगियों की आशंकाओं को दूर करने में मदद करेगा. मैं शशिजी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने आज मुझे फोन किया और मुझसे बातचीत की.