संसद परिसर में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री के मामले ने तूल पकड़ लिया है. बीजेपी इस मुद्दे पर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों का घेराव कर रही है. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का इस मुद्दे पर बयान आया है. खड़गे ने कहा है कि जो हुआ वह संसद के बाहर हुआ है.
मिमिक्री विवाद पर खड़गे ने बुधवार को कहा,'अध्यक्ष साहब ने जाति की बात कही. क्या मैं यह कहूं कि अध्यक्ष ने मुझे बोलने नहीं दिया, क्योंकि मैं दलित नेता हूं. ऐसे तो मेरी जाति पर हमेशा हमला होता है, क्योंकि मुझे बोलने नहीं दिया जाता. जो घटना सदन के बाहर हुई, उसके बारे में सदन के अंदर भर्त्सना करना, रेजोल्यूशन पास करना है. यह कहां तक सही है. हम किसी का अपमान नहीं करना चाहते. क्या पीएम और गृह मंत्री सदन का बहिष्कार कर रहे हैं? संसद चलते हुए सदन के बाहर बात कर रहे हैं, सदन के अंदर नहीं.'
किस मुद्दे पर आमने-सामने हैं सत्ता पक्ष और विपक्ष
बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र में जबरदस्त हंगामा हुआ, जिसके बाद 141 सांसदों को हंगामा करने की वजह से निलंबित कर दिया गया. ऐसे में विपक्षी सांसद 19 दिसंबर को संसद भवन के बाहर बैठकर प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की नकल उतारकर मिमिक्री की, जिस पर उपराष्ट्रपति भड़क गए. उपराष्ट्रपति ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि यह हास्यास्पद और अस्वीकार्य है कि एक सांसद मजाक उड़ा रहा है और दूसरा सांसद उस घटना का वीडियो बना रहा है.
मिमिक्री की घटना को धनखड़ ने बताया शर्मनाक
मजाक उड़ाए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा था, 'यह एक किसान और एक समुदाय का अपमान मात्र नहीं है, यह राज्य सभा के सभापति के पद का निरादर है और वह भी एक ऐसी राजनीतिक पार्टी के सदस्य द्वारा जिसने इतने लंबे समय तक शासन किया हो. संसद का एक वरिष्ठ सदस्य, दूसरे सदस्य की वीडियोग्राफी करता है. किस लिए? मैं आपको बताता हूं कि मुझे बहुत कष्ट हुआ है. इंस्टाग्राम पर, चिदंबरम जी आपकी पार्टी ने एक वीडियो डाला था जिसे बाद में हटा लिया गया, यह शर्मनाक है.'
मिमिक्री की घटना पर किसने क्या कहा?
> राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा,'जिस तरह से हमारे सम्मानित उपराष्ट्रपति को संसद परिसर में अपमानित किया गया, उसे देखकर मुझे निराशा हुई. निर्वाचित प्रतिनिधियों को अपनी अभिव्यक्ति के लिए स्वतंत्र होना चाहिए, लेकिन उनकी अभिव्यक्ति गरिमा और शिष्टाचार के मानदंडों के भीतर होनी चाहिए. यह संसदीय परंपरा रही है जिस पर हमें गर्व है और भारत के लोग उनसे इसे कायम रखने की उम्मीद करते हैं.'
> प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपराष्ट्रपति धनखड़ से फोन पर बात की. उन्होंने सांसदों के द्वारा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. प्रधानमंत्री ने बातचीत के दौरान कहा कि वह भी पिछले 20 सालों से इस तरह का अपमान सह रहे हैं.