पश्चिम बंगाल के स्कूलों में मिड डे मील योजना में चिकन, अंडा शामिल करने को लेकर बीजेपी और टीएमसी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है. ममता सरकार ने पीएम पोषण योजना में चिकन देने के लिए सर्कुलर जारी किया है. पंचायत चुनाव से पहले योजना के लिए 371 करोड़ 90 लाख रुपये का फंड ट्रांसफर किया गया है. बीजेपी ने पंचायत चुनाव में फंड की हेराफेरी और योजना के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सर्कुलर को लेकर हमला शुरू कर दिया है.
भाजपा का आरोप- पंचायत चुनाव की वजह से शुरू हुई योजना
भाजपा ने आरोप लगाया है कि पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए ममता सरकार ने इस योजना को अभी शुरू किया है. साथ ही सवाल पूछा है कि पिछले बारह वर्षों में इस योजना को क्यों नहीं शुरू किया गया. वहीं शुभेंदु अधिकारी ने मिड डे मील या पीएम पोषण योजना की रक़म के गलत इस्तेमाल का आरोप भी ममता सरकार पर लगाया है. शुभेंदु ने ट्वीट कर इसकी शिकायत केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से की है और इस बाबत चिट्ठी भी लिखी है.
टीएमसी ने शुभेंदु को पागल कहा
शुभेंदु के आरोप को टीएमसी ने हवा में उड़ाते हुए उन्हें पागल तक करार दिया है. कुणाल घोष ने कहा कि “शुभेंदु पागल हैं, उनकी बातों को हम गंभीरता से नहीं लेते. चुनाव तो हमेशा होते रहते हैं तो क्या विकास के काम ना किए जायें. बीजेपी भी तो चुनाव से पहले योजनाओं को शुरू कर रही है.
सर्कुलर जारी करने के बाद शुरू हुआ घमासान
पूरी जंग ममता सरकार द्वारा इस बाबत सर्कुलर जारी करने से शुरू हुई है. ममता सरकार ने सर्कुलर जारी कर पीएम पोषण योजना के तहत सरकारी स्कूलों में अब से मिड डे मील में चिकन अंडा भी देने का आदेश जारी किया है. फिलहाल स्कूलों में मिड दे मील में चिकन नहीं दिया जाता है. लेकिन जल्द ही बंगाल के स्कूलों में बच्चों को चिकन, अंडा दिया जाएगा.