बंगाल में ममता बनर्जी कड़े संघर्ष के बाद प्रचंड जीत हासिल करते हुए लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनी हैं और उन्होंने शपथ लेकर कामकाज भी शुरू कर दिया है. बंगाल मंत्रिमंडल ने सोमवार को शपथ भी ले ली, जिसमें कुल 43 मंत्री शामिल किए गए. हालांकि इस मंत्रिमंडल में 'अधिकारी असर' भी दिखा.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 43 सदस्यीय अपने मंत्रिमंडल में मेदिनीपुर क्षेत्र से 6 लोगों को मंत्री बनाया है.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता शुभेंदु अधिकारी का उनके गृह जिले पूर्वी मेदिनीपुर में अच्छी खासी पकड़ है और पूरे क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी खासा प्रभाव है. 2006 के बाद से शुभेंदु ने टीएमसी के लिए यहां पर मजबूत संगठन खड़ा कर दिया था. इसी संगठनात्मक आधार पर ही ममता ने नंदीग्राम आंदोलन के साथ न केवल जीत का स्वाद चखा बल्कि टीएमसी ने इन दो मेदिनीपुर जिलों में सबसे ज्यादा सीटें भी अपने नाम किया.
हालांकि पिछले साल दिसंबर में जब शुभेंदु ने टीएमसी छोड़ दिया, तो बीजेपी को उम्मीद थी कि वे पूर्वी मिदनापुर की सभी सीटें और पश्चिमी मिदनापुर की बहुमत वाली सीटों पर जीत हासिल करेंगे. लेकिन हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों ने स्पष्ट कर दिया है कि पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर दोनों में ही टीएमसी को बड़ी जीत हासिल हुई.
मेदिनीपुर क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन
पश्चिमी मिदनापुर में टीएमसी को 15 में से 13 और पूर्वी मिदनापुर में टीएमसी को 16 में से 9 सीटें मिलीं. हालांकि, मुख्यमंत्री की पार्टी टीएमसी ने पूरे राज्य में शानदार प्रदर्शन किया, जबकि शुभेंदु ने पूर्वी मेदिनीपुर में नंदीग्राम सीट पर ममता को चौंकाते हुए उन्हें हरा दिया.
चुनाव परिणाम के बाद 'मेदिनीपुर फैक्टर' को देखते हुए ममता बनर्जी ने नई सरकार की संरचना की और टीएमसी इन क्षेत्रों में खोई जमीन वापस पाने की कोशिश में है.
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कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सोमवार को राजभवन में एक समारोह में 19 मंत्रियों समेत कुल 43 टीएमसी नेताओं को मंत्री पद के रूप में शपथ दिलाई गई.
शुभेंदु के विरोधियों को मंत्रालय
पूर्वी मिदनापुर में शुभेंदु के विरोधी कहे जाने वाले सुमेन महापात्रा पहले से ही मंत्री थे. उन्हें फिर से कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई और उन्हें सिंचाई तथा जलमार्ग विभाग सौंपा गया. पश्चिमी मिदनापुर के एक अन्य दिग्गज नेता मानस भुइयां को मंत्री बनाया गया है.
अखिल गिरी, जिन्हें शुभेंदु के विरोधी के रूप में भी जाना जाता है, को मत्स्य पालन विभाग का राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है. गिरि लंबे समय से विधायक हैं, लेकिन यह पहली बार है जब उन्हें मंत्री बनाया गया है. एक अन्य विधायक, IPS से नेता बने हुमायूं कबीर को तकनीकी शिक्षा, प्रशिक्षण और कौशल विकास का स्वतंत्र प्रभार विभाग मिला है.
एक अन्य टीएमसी विधायक शूली साहा को राज्य मंत्री बनाया गया है. जब कई टीएमसी नेता बीजेपी में चले गए तब भी वह पार्टी में रहीं और इस चुनाव में वह अपने पुराने क्षेत्र केशपुर से जीत भी गईं. पश्चिमी मिदनापुर से एक और टीएमसी विधायक श्रीकांत महतो को भी मंत्री बनाया गया है.