मेघालय के मुख्यमंत्री और एनपीपी पार्टी के चीफ कोनराड संगमा ने राज्यपाल फागू चौहान से मिलकर सीएम पद से इस्तीफा दे दिया और सरकार बनाने का दावा पेश किया. उन्होंने 32 विधायकों के समर्थन का पत्र भी राज्यपाल को सौंपा. उधर, मेघालय बीजेपी अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी ने दावा किया कि संगमा 7 मार्च को सीएम पद की शपथ ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी भी इसमें शामिल हो सकते हैं.
कोनराड संगमा मौजूदा सीएम हैं. उन्होंने दावा किया कि उनके पास 32 विधायकों का समर्थन है. हालांकि, उन्होंने यह जानकारी नहीं दी कि उन्होंने कौन कौन सी पार्टियों का समर्थन मिल रहा है. राजभवन जाने से पहले संगमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हमारे पास स्पष्ट बहुमत है. बीजेपी हमें पहले ही समर्थन दे चुकी है. कुछ और पार्टियां भी अपना समर्थन दे रही हैं.
मेघालय में गुरुवार को विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे. राज्य में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला. हालांकि, 26 सीटों के साथ मौजूदा सत्ताधारी पार्टी एनपीपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. पार्टी को 59 में से 26 में जीत मिली.
वहीं, यूडीपी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी रही. पार्टी ने 11 सीटों पर जीत हासिल की. यूडीपी को 2018 विधानसभा चुनाव में सिर्फ 6 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं, ममता बनर्जी की टीएमसी राज्य में 5 सीटें जीतने में सफल रही. बीजेपी को 2 सीटें मिलीं. इसी चुनाव में उतरी वॉइस ऑफ पीपुल्स पार्टी चार सीटें जीतने में शपल रही. वहीं, HSPDP और पीडीएफ 2-2 सीटें जीतने में सफल रहीं. जबकि दो निर्दलीय भी चुनाव जीते.
त्रिपुरा : माणिक साहा ने सरकार बनाने का दावा पेश किया
उधर, मेघालय के साथ साथ त्रिपुरा और नगालैंड में भी गुरुवार को नतीजे आए. त्रिपुरा में बीजेपी ने सत्ता में वापसी की. त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा ने राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मुलाकात कर पद से इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया. माणिक साहा ने कहा कि 8 मार्च को उनके शपथ लेने की उम्मीद है. माणिक साहा ने बताया कि हम लोग आज राज्यपाल के पास आए हैं और मैंने अपना इस्तीफा उनको सौंपा लेकिन राज्यपाल ने कहा कि जब तक नई सरकार नहीं बनती तब तक मैं काम करूं.
त्रिपुरा में बीजेपी ने 33 सीटें जीती हैं. सीपीआई-कांग्रेस गठबंधन को 14 सीटें मिलीं. जबकि टिपरा मोथा पार्टी को 13 सीटों पर जीत मिली. नगालैंड में एनडीपीपी और बीजेपी गठबंधन को 37 सीटों पर जीत मिली है. एनसीपी 7, जदयू- 1, एलजेपी 2, एनपीपी 5 सीटें जीतने में सफल हुई हैं.