Satya Pal Malik Interview: मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के इंटरव्यू से सियासी बवाल खड़ा हो गया है. मलिक ने टीवी टुडे के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई को दिए इंटरव्यू में गोवा की बीजेपी सरकार पर कई आरोप लगाए हैं. गोवा के राज्यपाल रह चुके मलिक ने दावा करते हुए कहा कि गोवा में जो कुछ भी हुआ, उसमें भ्रष्टाचार था. सत्यपाल मलिक ने ये भी दावा किया कि उन्होंने सवाल उठाया था, इसलिए उन्हें वहां से हटा दिया गया.
सत्यपाल मलिक ने कहा, 'गोवा की सरकार कोविड से ठीक तरह से नहीं निपट पाई. गोवा सरकार ने जो किया, उसमें भ्रष्टाचार था. मैंने आवाज उठाई तो मुझे हटा दिया गया. मैं लोहियावादी हूं. चरण सिंह के साथ मैंने वक्त बिताया है. मैं भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं कर सकता.' उन्होंने ये भी कहा कि गोवा सरकार ने घर-घर राशन बांटने की योजना एक कंपनी के कहने पर शुरू की थी, क्योंकि वो सरकार को पैसे दे रही थी. उन्होंने कहा कि मैंने जांच कराई थी और प्रधानमंत्री को भी इसकी जानकारी दी थी.
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अब सत्यपाल मलिक के इन आरोपों के बाद सियासी बखेड़ा खड़ा हो गया है. आम आदमी पार्टी के विधायक राघव चड्ढा ने भी गोवा के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक कह रहे हैं कि जब गोवा के लोगों को सरकारी मदद की जरूरत थी, तब मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत लूट और घोटाला करने में व्यस्त थे. राघव चड्ढा ने कहा कि इस सरकार ने अपने मुख्यमंत्रियों को छूट दे रखी है कि वो जैसा चाहें वैसे लूट मचा सकते हैं. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी इस मामले में गोवा सरकार और सीएम सावंत के खिलाफ न्यायिक जांच की मांग करती है. चड्ढा ने सीएम सावंत से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि अगर केंद्र ने उन्हें बर्खास्त नहीं किया तो माना जाएगा कि केंद्र को उसका पैसा मिल गया है.
पूर्व सीएम बोले- बीजेपी को सत्ता में रहने का हक नहीं
गोवा विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत ने ट्वीट कर लिखा कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक हमेशा गोवा के लोगों के लिए खड़े रहे. उन्होंने सच बोला और भ्रष्टाचार का खुलासा कर दिया. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अब बीजेपी को सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. उन्होंने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से तुरंत इस्तीफा देने की मांग की है.
Hon'ble Governor Satya Pal Malik Ji always stood for the People of Goa. He spoke the truth & completely exposed corrupt @BJP4Goa @GovtofGoa. @goacm has no moral right to continue in power after revelations made by a Constitutional Head. @DrPramodPSawant must resign immediately. pic.twitter.com/Ro0uTdnntw
— Digambar Kamat (@digambarkamat) October 25, 2021
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लुईजिनो फलेरियो (Luizinho Faleiro) ने बताया कि हमने गोवा के राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के इस्तीफे और सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक हाईलेवल न्यायिक जांच की मांग की है. तृणमूल कांग्रेस ने इस पूरे मामले की जांच के लिए गोवा के राज्यपाल को चिट्ठी लिखी है.
Satya Pal Malik reveals how CM Pramod Sawant scammed Goans at the peak of COVID-19 resulting in over 3k deaths. That's exactly what we said in the People's Chargesheet today. People deserve accountability & @DrPramodPSawant must resign to allow a fair enquiry!#SawantMustResign pic.twitter.com/c5PcsFVISP
— Luizinho Faleiro (@luizinhofaleiro) October 25, 2021
कांग्रेस बोली- पीएम जानते थे, फिर भी कुछ नहीं किया
वहीं, तमिलनाडु, पुडुचेरी और गोवा के कांग्रेस प्रभारी दिनेश गुंडु राव ने कहा कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक गोवा में व्याप्त भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया है. कोविड पीड़ितों के लिए बनाए गए राशन किट से भी मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने पैसा बनाया, जो दिखाता है कि बीजेपी कितनी अमानवीय और अनैतिक है. कांग्रेस नेता दिनेश गुंडु ने कहा कि इस बारे में पीएम मोदी भी सब जानते थे, फिर भी उन्होंने कुछ नहीं किया.
Governor #SatyapalMalik has exposed the rampant corruption in the @BJP4Goa govt.@DrPramodPSawant even made money on Ration Kits, meant for people suffering due to #Covid, shows how inhuman and immoral BJP is.
— Dinesh Gundu Rao/ದಿನೇಶ್ ಗುಂಡೂರಾವ್ (@dineshgrao) October 26, 2021
And #Modi knew and did nothing about it. https://t.co/soByKhywMS
हाल ही में बीजेपी छोड़कर तृणमूल में शामिल हुए बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) ने भी मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से इस्तीफे की मांग की है. बाबुल सुप्रियो ने कहा कि जो आरोप लगाए गए हैं, वो बेहद गंभीर हैं. मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. सुप्रियो ने कहा कि उन्होंने (सत्यपाल मलिक) प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार की जानकारी दी थी, लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी बची रही और राज्यपाल का ट्रांसफर कर दिया गया. उन्होंने कहा कि गोवा की जनता को सच्चाई जानने का हक है.