बीजेपी नेता वरुण गांधी अपनी ही पार्टी के खिलाफ कई मौकों पर स्टैंड ले लेते हैं. ऐसे बयान दे जाते हैं जिस वजह से एक तरफ विपक्ष को पार्टी पर हमला करने का मौका मिलता और खुद वरुण गांधी की भी सियासत पर असर पड़ता है. अब वरुण जरूर ऐसे बयान लगातार दे रहे हैं, लेकिन उनकी मां मेनका गांधी इसे अलग नजरिए से देखती हैं. उन्होंने अपने बेटे को लेकर कहा है कि वे सिर्फ ट्विटर पर लिखते हैं.
आजतक से बात करते हुए बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने कहा कि वरुण गांधी कोई अग्रेसिव नहीं हैं. उनकी तरफ से कोई विवादित बयान नहीं दिया गया है, वो तो सिर्फ ट्विटर पर लिखते हैं. अब मेनका की तरफ से ये बयान उस समय आया है जब बीच में ऐसी कयासबाजी चल रही थी कि वरुण गांधी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. कोई औपचारिक ऐलान नहीं किया गया था, लेकिन जमीन पर सुगबुगाहट तेज थी. अब उन्हीं सब अटकलों के बीच मेनका गांधी ने खुलकर अपने बेटे को डिफेंड किया है. वैसे वरुण ने जो बयान दिया था, उस पर विवाद जमकर हुआ था.
एक जनसभा में वरुण ने कहा था कि ना तो मैं नेहरू जी के खिलाफ हूं, ना ही कांग्रेस के खिलाफ हूं. हमारी राजनीति देश को आगे बढ़ाने के लिए होनी चाहिए ना कि गृह युद्ध पैदा करने के लिए. आज जो लोग केवल धर्म और जाति के नाम पर वोट मांग रहे हैं, हमें उनसे ये पूछना चाहिए कि रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा का क्या हाल है. वरुण गांधी ने जनसभा में कहा था कि हमें ऐसी राजनीति नहीं करनी है, जो लोगों को दबाए, बल्कि हमें वो राजनीति करनी है जो लोगों को उठाए. धर्म और जाति के नाम पर वोट लेने वालों से हमें ये पूछने की जरूरत है कि वे रोजगार, शिक्षा या स्वास्थ्य जैसे गंभीर मुद्दों पर वह क्या कर रहे हैं. हमें ऐसी राजनीति नहीं करनी चाहिए जो लोगों को भड़काने या उनका दमन करने में विश्वास करती हो. हमें ऐसी राजनीति करनी चाहिए जो लोगों का उत्थान करे.
वरुण के इसी बयान को बीजेपी पर सीधा निशाना माना गया था और उनकी कांग्रेस में जाने की अटकलों को बल मिला था. वैसे आजतक से बात करते हुए मेनका ने अपनी आगे की राजनीति पर भी विस्तार से बताया है. मेनका ने कहा कि 2024 को लेकर बीजेपी में अच्छा माहौल है, बस सब लोगों को मेहनत करने की जरुरत है, हमारी तैयारी है. जब उनसे पूछा गया कि वे क्या सुल्तानपुर सीट से चुनाव लड़ेंगी, इस पर मेनका ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. उनकी तरफ से सिर्फ अपने काम का सर्टिफिकेट दिया गया. मेनका ने कहा कि सुल्तानपुर में बहुत काम हुआ है, फर्क दिखाई देता है बाकी सब पार्टी को तय करना है, मेरी हमेशा तैयारी रहती है.