दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की जगह अब राजकुमार आनंद केजरीवाल सरकार का हिस्सा बनेंगे. पटेल नगर से विधायक राजकुमार आनंद जल्द ही मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को राजकुमार आनंद के नाम की चिट्ठी भेज दी है. बता दें कि देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक बयान देने के बाद राजेंद्र पाल गौतम विवादों में घिर गए थे. बाद में उन्होंने दिल्ली की केजरीवाल सरकार से इस्तीफा दे दिया था.
एक दिन पहले मंगलवार को ही राजेंद्र पाल गौतम का इस्तीफा भी स्वीकार किया गया था. उन्होंने दो दिन पहले रविवार को विवाद बढ़ने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. ये इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार किया है. बता दें कि इससे पहले अपना इस्तीफा ट्वीट करते हुए गौतम ने लिखा था , 'आज महर्षि वाल्मीकि जी का प्रकटोत्सव दिवस है एवं दूसरी ओर मान्यवर कांशीराम साहेब की पुण्यतिथि भी है. ऐसे संयोग में आज मैं कई बंधनों से मुक्त हुआ और आज मेरा नया जन्म हुआ है.
फूट-फूटकर रोए थे गौतम
दरअसल बौद्ध महासभा में हिंदू देवी-देवताओं को नहीं मानने की शपथ लेने पर विवाद हुआ था. अब राजेंद्र पाल गौतम ने कहा था कि वे गद्दार साबित नहीं होना चाहते थे, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया. इतना ही नहीं वे समर्थकों से बात करते हुए अंबेडकर का नाम लेकर फूट-फूटकर रोने लगे थे.
इस्तीफे के बाद दागे थे कई सवाल
राजेंद्र पाल गौतम ने रोते हुए कहा था कि बाबा साहेब अबेडकर अगर पढ़ाई के रास्ते नहीं खोलते, आरक्षण की व्यवस्था नहीं करते, तो क्या मैं मंत्री या विधायक बना पाता. क्या हम जैसे लोगों को कोई जनरल सीट से चुनाव लड़ाता है? हमारे लोगों के बारे में कोई नहीं सोचता है.'
बौद्ध महासभा के आयोजन में हुए थे शामिल
आप विधायक राजेंद्र पाल गौतम पिछले दिनों बौद्ध महासभा के आयोजन में शामिल हुए थे, जिसमें हिंदुओं के देवी-देवताओं को नहीं मानने की शपथ दिलाई गई. उस समय मंच पर राजेंद्र पाल गौतम भी मौजूद थे और वो भी शपथ ले रहे थे. इसे लेकर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा था. विवाद बढ़ने के बाद राजेंद्र पाल गौतम ने मंत्रिपद से इस्तीफा दे दिया था.