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मोहन भागवत के निर्देश पर देश को 'आर्थिक गुलामी' की ओर ढकेल रही मोदी सरकार: कांग्रेस

कांग्रेस प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने नागपुर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कई सवाल दागे. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि मोहन भागवत के निर्देश पर मोदी सरकार देश को आर्थिक गुलामी में ले जा रही है.

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कांग्रेस प्रवक्ता मोहन प्रकाश (ANI)
कांग्रेस प्रवक्ता मोहन प्रकाश (ANI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • देश को 'आर्थिक गुलामी' में धकेल रही सरकार - कांग्रेस
  • 'योगी सरकार नहीं चाहती कि कोई नेता लखीमपुर जाए'

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के निर्देश पर देश को 'आर्थिक गुलामी' में धकेल रही है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने कहा कि पिछले 18 महीनों में 14 करोड़ नौकरियों के नुकसान के लिए केंद्र जिम्मेदार है. उन्होंने कहा, ''हम समझ सकते हैं कि महामारी बेरोजगारी का कारण बनी लेकिन डिमॉनेटाइजेशन के कारण जो हुआ उसके लिए कौन जिम्मेदार है? क्या जीएसटी रोलआउट के कारण छोटे व्यवसायों के सामने आने वाली समस्याओं के लिए कोई जिम्मेदार होगा और उन लोगों का क्या होगा जिन्होंने अपनी नौकरियां खो दीं?"

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प्रकाश ने नागपुर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कई सवाल दागे. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि मोहन भागवत के निर्देश पर मोदी सरकार देश को आर्थिक गुलामी में ले जा रही है.

न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, प्रकाश ने कहा, "मोदी सरकार के कारण पिछले डेढ़ साल में 14 करोड़ नौकरियां चली गईं. हम मोहन भागवत से वजह पूछना चाहते हैं क्योंकि एक विनम्र स्वयंसेवक भारत का प्रधानमंत्री है."

उन्होंने कहा कि छोटे दुकानदार, छोटे व्यवसाय, एमएसएमई सभी सांस के लिए हांफ रहे हैं क्योंकि इन क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों की आजीविका प्रभावित हो रही है. सनसनीखेज और निंदनीय तथ्यों ने अब करोड़ों दुकानदारों और छोटे व्यवसायों की आजीविका के नुकसान के पीछे के वास्तविक कारणों का खुलासा किया है.

योगी सरकार नहीं चाहती कि कोई नेता लखीमपुर जाए: प्रकाश

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लखीमपुर खीरी की घटना के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत एक बहुत ही गंभीर दौर से गुजर रहा है. प्रकाश ने कहा कि एक मंत्री का बेटा अपनी कार के पहियों के नीचे लोगों को मार रहा है और योगी आदित्यनाथ सरकार नहीं चाहती कि कोई राजनीतिक नेता लखीमपुर जाए. जिस तरह से प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ व्यवहार किया गया है, वैसा किसी भी पार्टी के किसी भी वरिष्ठ नेता के साथ कभी नहीं हुआ. कांग्रेस भी सत्ता में थी लेकिन उसने किसी भी विपक्षी दल के नेता को कहीं भी जाने से नहीं रोका.

बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के अन्य नेताओं को सोमवार को उस समय हिरासत में लिया गया था जब सभी लखीमपुर खीरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के पीड़ित परिजनों से मिलने जा रहे थे.

उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को एक कार्यक्रम में शामिल होना था, जिसके पहले बवाल हो गया. डिप्टी सीएम को रिसीव करने के लिए कई गाड़ियां जा रही थीं, तभी तिकोनिया इलाके में किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं व नेताओं के बीच में झड़प हो गई. केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा की गाड़ी से किसानों को रौंदे जाने का आरोप लगा है. हिंसा में चार किसानों समेत कुल आठ लोगों की मौत हो चुकी है. लखीमपुर खीरी में पुलिस ने धारा-144 लागू कर रखी है और विपक्षी दलों के नेताओं को जाने से रोका जा रहा है.  

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