मॉनसून सत्र में पेगासस जासूसी कांड के मुद्दे पर विपक्षी दल के नेता सरकार पर हमलावर हैं. इस मुद्दे पर चर्चा को लेकर पिछले 8 दिन की कार्यवाही में हर रोज हंगामा हुआ है.
इस कड़ी में बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा में विपक्ष के कुछ सांसद पेपर फाड़कर उड़ाने लगे. यही नहीं उन्होंने लोकसभा स्पीकर पर भी कागज के टुकड़े फेंके. अब इस पर सरकार 10 सांसदों के खिलाफ निलंबन का प्रस्ताव रखने की तैयारी में है.
सरकार जिन विपक्षी सांसदों के खिलाफ निलंबन प्रस्ताव लाने की तैयारी में है, उनमें टीएन प्रतापन, हिबी ईडन, रवनीत सिंह बिट्टू, गुरजीत सिंह औजला, मणिकम टैगोर, दीपक बैज, एएम आरिफ,डीन कुरियाकोस, ज्योतिमणि, सप्तगिरी उलाका शामिल हैं. ऐसी आशंका है कि नोटिस के बाद 10 सांसदों को निलंबित किया जा सकता है.
लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली घटनाः अनुराग ठाकुर
इस घटनाक्रम के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि संसद में आज पार्टियों ने अपने प्रश्नों को रखा, लेकिन कांग्रेस और TMC सांसदों ने सदन के स्पीकर पर कागज फेंके. संसद में मौजूदा अधिकारियों के ऊपर भी वे चढ़े. यह दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को शर्मसार करने की घटना है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध की मर्यादा है, मगर आज Congress और TMC के सांसदों ने सदन में सारी मर्यादों को तार-तार करने का काम किया है.
संचार मंत्री से पेपर छीनकर फाड़ने वाले सांसद हुए थे सस्पेंड
बीते सप्ताह संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से पेपर छीनकर फाड़ने वाले टीएमसी सांसद शांतनु सेन को राज्यसभा (मॉनसून सत्र के लिए) से सस्पेंड किया गया था. सरकार की ओर से उनके निलंबन का प्रस्ताव राज्यसभा में पेश किया गया था.
संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव पेगासस जासूसी कांड पर बयान दे रहे थे तभी उनके हाथ से स्टेटमेंट का पेपर छीनकर टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने फाड़कर उपसभापति की तरफ उछाल दिया था. इसके बाद सदन के अंदर जमकर हंगामा मचा था.