आईएनएस विक्रांत को बचाने के लिए इकट्ठे किए गए चंदे में कथित फर्जीवाड़े के मामले में मुंबई पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता किरीट सोमैया और उनके बेटे नील के खिलाफ गुरुवार को केस दर्ज किया है. यह केस विमानवाहक पोत INS विक्रांत को बचाने के लिए इकट्ठा किए गए 57 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम में कथित हेराफेरी से जुड़ा है. एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक मानखुर्द के ट्रॉम्बे पुलिस थाने में बुधवार शाम 53 वर्षीय पूर्व सैन्यकर्मी की शिकायत पर यह केस दर्ज किया गया है.
वहीं, इस मामले में शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने राज्यसभा में नोटिस दिया है. पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक भाजपा नेता किरीट सौमेया ने INS विक्रांत के लिए पैसे इकट्ठे करने के लिए अभियान शुरू किया था. शिकायतकर्ता का आरोप है कि उन्होंने जहाज को बचाने के लिए सोमैया को चंदा दिया. भाजपा नेता ने इस अभियान में 57 करोड़ रुपये से ज्यादा इकट्ठा कर लिए थे. आरोप के मुताबिक उन्होंने राशि को महाराष्ट्र के राज्यपाल के सचिव कार्यालय में जमा करने के बजाय, धन का दुरुपयोग किया.
किरीट सोमैया को घेरने के मूड में शिवसेना
स्थानीय शिवसेना नेताओं ने इस मुद्दे को उठाने के लिए बुधवार को शिकायतकर्ता के साथ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की थी. पुलिस के मुताबिक शिकायत के आधार पर किरीट सोमैया और उनके बेटे नील और अन्य आरोपियों के खिलाफ आपराधिक विश्वासघात और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है.
राउत के पास सबूत हैं, तो CM को सौंपे- सोमैया
बुधवार को शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी किरीट सोमैया पर आईएनएस विक्रांत को बचाने के लिए लोगों से जुटाए गए 57 करोड़ रुपये की हेराफेरी करने का आरोप लगाया था. आरोप को खारिज करते हुए सोमैया ने कहा था कि अगर राउत के पास कोई सबूत है तो उन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंप देना चाहिए.
1961 में आया विक्रांत, 1997 में सेवा से हटाया
भारतीय नौसेना में 1961 में कमीशन किए गए INS विक्रांत ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान पूर्वी पाकिस्तान की नौसैनिक नाकाबंदी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इसे 1997 में सेवा से हटा दिया गया था. जनवरी 2014 में जहाज को ऑनलाइन नीलामी कर बेच दिया गया था. उस साल ही जहाज को खत्म कर दिया गया.