पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने एक बार फिर से कैप्टन अमरिंदर सरकार को घेरा है. नशे के मुद्दे पर अपनी ही पार्टी की प्रदेश सरकार से उन्होंने सवाल किए हैं. कई ट्वीट कर उन्होंने पूछा है कि पंजाब पुलिस द्वारा जो SIT, पंजाब में नशे की बिक्री और नशे की सप्लाई में शामिल बड़ी मछलियों की धरपकड़ के लिए बनाई गई थी, उसने आखिरकार क्या कार्रवाई की है? साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू ने सुझाव दिया है कि विधानसभा के अंदर एक विशेष प्रस्ताव लाकर पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में बंद पड़ी SIT की इसी मुद्दे को लेकर की गई जांच रिपोर्ट को तुरंत सार्वजनिक किया जाए.
सिद्धू ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'फरवरी 2018 में एडीजीपी हरप्रीत सिद्धू के नेतृत्व में एसटीएफ ने बिक्रमजीत सिंह मजीठिया और अन्य की नशा तस्करी में शामिल होने के मामले में ईडी द्वारा दर्ज किए गए बयानों पर सबूतों की जांच करते हुए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में स्थिति की रिपोर्ट दायर की है.'
In February 2018, STF headed by ADGP Harpreet Sidhu filed “status report” in Punjab & Haryana High Court, investigating statements & evidence recorded by ED that were submitted before Hon’ble Court in case of Bikramjit Singh Majithia & others involvement in Drug trafficking. 1/6 pic.twitter.com/ZRNBoiPNCk
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) August 9, 2021
पंजाब में लागू नहीं होने देंगे तीन काले कानून: सिद्धू
पंजाब आलाकमान ने पिछले दिनों लंबी बातचीत के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश का कांग्रेस अध्यक्ष बना दिया है. ऐसे में सिद्धू लगातार एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं. इसी कड़ी में बुधवार को पटियाला में कांग्रेस विधायक मदनलाल जलालपुर के आवास पर पहुंचे. जहां उन्होंने कांग्रेस के मंत्रियों/विधायकों के साथ हुई मीटिंग के दौरान कहा कि कांग्रेस किसानों के हित के लिए कटिबद्ध है. उन्होंने कहा कि पंजाब में केंद्र सरकार के तीन काले कानून लागू नहीं होने देंगे.
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उन्होंने मीटिंग के दौरान कहा कि मैं यहां पांच बार आऊं चाहे पंजाब पचास बार आऊं, यह मदनलाल जलालपुर का चुनाव नहीं है, यह नवजोत सिंह सिद्धू का चुनाव है. सिद्धू ने कहा कि हमारी यह प्राथमिकता रहेगी कि जो लोक मत हैं उनको हल किया जाए. इसके लिए सीएम अमरिंदर के साथ बैठकर मुद्दों को हल करने पर विचार किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि जो किसानी है वो पंजाब का साठ प्रतिशत है. यह सरदार और पंजाब दोनों का अभिमान है. सिद्धू ने कृषि कानूनों पर बात करते हुए कहा कि इन कानूनों को बनाना राज्य सरकार के कानून बनाने के अधिकार का हनन है.