लोकसभा चुनावों में बीजेपी का विजयरथ रोकने की कवायद में जुटी INDIA गठबंधन में शामिल पार्टियों ने शनिवार को वर्चुअल मीटिंग की. इसमें 10 दलों के वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की. वहीं अखिलेश यादव, ममता बनर्जी और उद्धव ठाकरे बैठक में शामिल नहीं हुए. बैठक में सीट बंटवारे के साथ ही गठबंधन का संयोजक बनाने पर चर्चा हुई.
इस पर जानकारी देते हुए एनसीपी चीफ शरद पवार ने बताया कि बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्री और प्रमुख नेता शामिल हुए. चर्चा हुई कि हमें मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए और जल्द ही सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप देना चाहिए. कुछ नेताओं ने सुझाव दिया कि खड़गे को भारत गठबंधन का अध्यक्ष नियुक्त करना चाहिए. कई लोग इसके लिए सहमत भी हुए.
उन्होंने बताया कि बैठक में सुझाव दिया गया कि संयुक्त बैठक करने के लिए कमेटी बनाई जाए. सत्तारूढ़ पार्टी का विरोध करने और देश को एक और विकल्प देने के लिए विभिन्न राजनीतिक दल एक साथ आए हैं. साथ ही यह भी सुझाव दिया गया कि नीतीश कुमार संयोजक बनें, कई लोगों ने यह सुझाव दिया. हालांकि नीतीश कुमार ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि फिलहाल इसकी जरूरत नहीं है. INDIA गठबंधन समूह में कोई नाराजगी नहीं है.
पीएम चेहरा पेश करने की जरूरत नहीं: शरद पवार
INDIA गठबंधन का प्रधानमंत्री चेहरा कौन होगा? इस सवाल पर शरद पवार ने 1977 में मोरारजी देसाई का उदाहरण देते हुए कहा कि INDIA गठबंधन के लिए किसी चेहरे की जरूरत नहीं है. हमें नहीं लगता कि कोई चेहरा पेश करने की जरूरत है. हमें INDIA के नाम पर वोट मांगना चाहिए. हमारा मानना है कि हम देश को एक विकल्प दे सकते हैं.
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर एनसीपी चीफ ने कहा कि कांग्रेस की आलोचना हो रही है क्योंकि वे उद्घाटन के लिए नहीं जा रहे हैं लेकिन मंदिर अब भी अधूरा है. लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए उद्घाटन किया जा रहा है. राम मंदिर के खिलाफ कोई भी नहीं है.
वहीं सीपीआई के महासचिव डी राजा ने बताया कि बैठक में संयोजक पद के लिए नीतीश कुमार के नाम पर चर्चा हुई. साथ ही चेयरपर्सन पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम पर चर्चा हुई है.