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लोकसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 240 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटों के जादुई आंकड़े से पीछे रह गई. बीजेपी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को 292 सीटों पर जीत मिली हैं. विपक्षी इंडिया ब्लॉक को 234 सीटों पर जीत मिली है और अन्य को 17 सीटें मिली हैं.
बीजेपी और एनडीए को यूपी-राजस्थान जैसे राज्यों में सीटों का नुकसान हुआ है लेकिन कई राज्य ऐसे भी हैं जहां पार्टी अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में कामयाब रही है. पांच राज्य और दो केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जहां बीजेपी क्लीन स्वीप करने में कामयाब रही है.
इन राज्यों में बीजेपी ने किया क्लीन स्वीप
मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें हैं. बीजेपी ने इस बार सभी 29 सीटें जीत ली हैं. कांग्रेस के कद्दावर नेता कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ छिंदवाड़ा का किला भी नहीं बचा पाए. पार्टी ने पांच सीटों वाले उत्तराखंड, चार सीटों वाले हिमाचल प्रदेश, दो सीटों वाले अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा की सभी सीटों पर जीत हासिल की है. केंद्र शासित प्रदेशों की बात करें तो दिल्ली की सभी सात और अंडमान निकोबार की एकमात्र सीट पर भी कमल खिला है.
इन राज्यों ने कराया 'बहुमत' पार
चुनाव नतीजों में बीजेपी 240 के फेर में फंस गई. जिस उत्तर को बीजेपी का मजबूत गढ़ माना जा रहा था, उसी उत्तर भारत में विपक्षी इंडिया ब्लॉक एनडीए पर भारी पड़ गया. उत्तर में एनडीए को मिली 59 के मुकाबले इंडिया ब्लॉक ने 61 और अन्य ने छह सीटें जीतीं. बीजेपी और एनडीए को पश्चिम और दक्षिण ने बहुमत के पार पहुंचाया.
बीजेपी की अगुवाई वालेएनडीए को बहुमत पार कराने वाले राज्यों की लिस्ट में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से लेकर ओडिशा तक के नाम हैं. ओडिशा की 21 लोकसभा सीटों में से 2019 में बीजेपी ने आठ सीटें जीती थीं और इस बार पार्टी को 20 पर जीत मिली है. पिछले चुनाव में तेलंगाना की 17 में से चार सीटें जीतने वाली बीजेपी इस बार आठ पर पहुंच गई.
वहीं, आंध्र प्रदेश में एनडीए को 2019 के मुकाबले 18 सीटों का गेन हुआ है. चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली टीडीपी 2019 में तीन सीटें जीत सकी थी और वाईएसआर कांग्रेस ने 22 सीटें जीती थीं. बीजेपी का तब खाता भी नहीं खुल सका था. इस बार टीडीपी और पवन कल्याण की जन सेना के साथ गठबंधन कर उतरी बीजेपी तीन सीटों पर कमल खिलाने में कामयाब रही. टीडीपी को 16 और जन सेना को दो सीटों पर जीत मिली है.
इन राज्यों में भी बढ़ीं बीजेपी की सीटें
हिंदी हार्टलैंड से लेकर दक्षिण भारत तक, कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां एनडीए ने मामूली ही सही लेकिन गेन किया है. मध्य प्रदेश की ही बात करें तो 2019 के चुनाव में बीजेपी को 28 सीटों पर जीत मिली थी और छिंदवाड़ा सीट से कांग्रेस के नकुलनाथ विजयी रहे थे. बीजेपी ने इस बार कमलनाथ का किला भी ढहा दिया है. सूबे में बीजेपी को 2019 के मुकाबले एक सीट का लाभ हुआ है.
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दक्षिण भारत के केरल में पहली बार कमल खिला है. केरल में बीजेपी अब तक किसी भी चुनाव में कोई भी सीट नहीं जीत सकी थी. इस बार पार्टी ने केंद्रीय मंत्रियों राजीव चंद्रशेखर और मुरलीधरन से लेकर फिल्म स्टार सुरेश गोपी तक को चुनाव मैदान में उतारा था. दोनों केंद्रीय मंत्री अपनी सीट पर हार गए लेकिन मलयालम फिल्म स्टार सुरेश गोपी त्रिशूर में कमल खिलाने में सफल रहे.
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केंद्र शासित प्रदेश अंडमान निकोबार में भी बीजेपी को एक सीट का लाभ हुआ है. अंडमान निकोबार में लोकसभा की एक सीट है. इस सीट से 2019 में कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप रॉय शर्मा को जीत मिली थी. इस बार अंडमान निकोबार सीट से बीजेपी उम्मीदवार विष्णुपद रे ने कमल खिला दिया.
रीजन वाइज कैसे रहे चुनाव नतीजे
रीजन वाइज देखें तो पूर्वी क्षेत्र में एनडीए को 86, इंडिया को 52 और अन्य को चार सीटों पर जीत मिली है. हिंदी हार्टलैंड में भी एनडीए ने शानदार प्रदर्शन किया है. हिंदी हार्टलैंड की 226 सीटों में से एनडीए ने 149 सीटें जीती हैं. इंडिया ब्लॉक को 75 और दो सीटों पर अन्य को जीत मिली है.
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उत्तर भारत में एनडीए को 59, इंडिया ब्लॉक को 61 और अन्य को छह सीटें मिली हैं. पुडुचेरी और लक्षद्वीप को मिलाकर दक्षिण भारत की 131 लोकसभा सीटों में से 76 पर इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार जीते हैं तो वहीं एनडीए को 50 और अन्य को पांच सीटों पर जीत मिली है. पश्चिमी भारत की 143 लोकसभा सीटों में से एनडीए को 97, इंडिया ब्लॉक को 44 और अन्य को दो सीटों पर जीत मिली है.