scorecardresearch
 

'सोनिया जी को दो काम करने हैं- बेटे को सेट करना और दामाद को भेंट करना', संसद में बोले BJP के निशिकांत दुबे

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने विपक्षी गंठबंधन I.N.D.I.A.पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये INDIA की बात करते हैं... रैंडम में भी पूछ लीजिए विपक्षी के कई सांसदों को इसकी फुल फॉर्म नहीं पता होगी. दुबे ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा 'मोदी' सरनेम टिप्पणी मामले में राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने का मुद्दा उठाया, जिसके बाद उनकी सदस्यता बहाल की गई.

Advertisement
X
निशिकांत दुबे की बयान पर मुस्कुरा उठी सोनिया गांधी
निशिकांत दुबे की बयान पर मुस्कुरा उठी सोनिया गांधी

संसद में आज अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है. चर्चा की शुरूआत कांग्रेस के गौरव गोगोई द्वारा की गई और फिर इस पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने जवाब दिया. जैसे ही निशिकांत दुबे अपनी सीट पर बोलने के लिए खड़े हुए तो विपक्षी सांसदों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया. इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सदस्यों को समझाते हुए नजर आए. काफी हंगामे के बाद सदन की कार्रवाई फिर शुरू हुई तो फिर निशिकांत दुबे ने अपनी स्पीच कंप्लीट की.

Advertisement

राहुल गांधी पर निशाना

विपक्ष के निशाने पर लेते हुए निशिकांत दुबे ने कहा, 'आप (विपक्ष) राष्ट्रवाद और मणिपुर की बात करते हो. क्या 83 के चुनावों में कितने प्रतिशत लोगों ने वोट दिया था, उसके बारे में बताएंगे. मिजोरम में आपने 7 फीसदी के आधार पर वहां एक सरकार बना दी. इतिहास में झांकिए. अलग-अलग तरह की बातें करते हैं. कल राहुल जी आए, ऐसा हंगामा हुआ पूरी दुनिया आ गई. राहुल जी गए कब थे, हम बजट सत्र में यहां आए थे, राहुल जी थे न? इसके बाद हम लोग मॉनसून सेशन में आए, राहुल जी हैं न मॉनसून सेशन में? कहां गए थे,  जिस सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट के आधार पर आए हैं, जजमेंट नहीं दिया है, स्‍टे ऑर्डर है...लगता है कि राहुल गांधी देर से सोकर उठेस लेकिन शायद वो आज बोलने के लिए तैयार नहीं थे.'

Advertisement

डीएमके को दिलाई 1976 की याद

 निशिकांत दुबे ने राहुल विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा, 'आप (राहुल गांधी) सावरकर की बात करते हैं, लेकिन आप सावरकर हो भी न सकते है. 28 साल उन्होंने संघर्ष किया और जेल में रहे.... ये जो I.N.D.I.A. बना है,यहां जो सांसद बैठे हैं उनमें से कई को इसका फुल फॉर्म तक नहीं पता नहीं होगा. आज सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी के रूप में डीएमके कांग्रेस के साथ है. 1976 में करप्शन के आरोप में इस कांग्रेस ने डीएमके प्रमुख करुणानिधि की सरकार को बर्खास्त कर दिया. 1980 में यही डीएमके कांग्रेस के साथ हुई. जैन कमीशन ने कहा था कि राजीव गांधी की हत्या में शामिल लिट्टे को करुणानिधि की पार्टी ने सपोर्ट किया था.'

ये भी पढ़ें: नेहरू-कृपलानी की पहली बहस से मोदी सरकार के खिलाफ दूसरे अविश्वास प्रस्ताव तक... भारत में नो कॉन्फिडेंस मोशन की 60 साल की History

विपक्षी दलों को चुन- चुन याद दिलाए पुराने दिन

विश्वास प्रस्ताव का समर्थन कर रही पार्टियों पर हमला करते हुए निशिकांत दुबे ने कहा, 'दूसरी बड़ी पार्टी इस अविश्वास प्रस्ताव को समर्थन कर रही है, वो टीएमसी है. सिंगूर का बड़ा आंदोलन हुआ, हमने आंदोलन को साथ दिया, राजनाथ सिंह वहां गए. नारदा, शारदा का केस किसने किया? वो कांग्रेस ने किया. तीसरी बड़ी पार्टी है आरजेडी, लालू प्रसाद को किसने जेल भेजा, कांग्रेस ने भेजा. सब एक दूसरे से लड़ रहे हैं लेकिन नाम रखा है I.N.D.I.A., 95 में इसी कांग्रेस की सरकार ने लालू जी को अंदर किया. हमने किया क्या? चौथी बड़ी पार्टी है समाजवादी पार्टी , मुलायम सिंह यादव बड़े सम्मानित व्यक्ति थे. कांग्रेस के एक नेता ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया. बाद में परमाणु संधि के दौरान मुलायम ने सरकार को सपोर्ट किया लेकिन आपने उनको सपोर्ट नहीं किया. हमने मुलायम सिंह को पदम पुरुस्कार दिया. हमारी सरकार ने उनके खिलाफ फर्जी केस खत्म किए.'

Advertisement

NCP का जिक्र करते हुए निशिकांत दुबे ने कहा, 'जिस सिंचाई घोटाले के लिए लिए छगन भुजबन के ऊपर 70 हजार करोड़ से ऊपर का केस किया वो इसी कांग्रेस ने किया, पृथ्वीराज च्वहाण की सरकार ने केस किया. तो हमारे साथ इनका विरोध क्यों? 2005 में जेडीयू की सरकार नहीं बनी है. तब मेरे और रामविलास जी घर पर बैठक हुई.  जेडीयू को किसी पांच लोगों ने सबसे ज्यादा फंड किया तो उसमें एक नाम निशिकांत दुबे का भी होगा. नीतीश जी जानते हैं.'

जब मुस्कुरा उठी सोनिया गांधी

कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए निशिकांत दुबे ने कहा, 'यहां सोनिया जी बैठी हैं. उनको दो काम करना है -बेटे को भेंट करना है, दामाद को सेट करना है.'  इस बयान के बाद कांग्रेस नेता सोनिया गांधी भी मुस्कुरा उठी.  दुबे ने आगे कहा, 'नेशनल हेराल्ड का एक केस है चल रहा है ट्रिब्यूनल में. यदि इसमें एक भी बात गलत निकलती है तो मुझे सदन से निकाल दीजिएगा...इनकम टैक्स से बचने के लिए 1 लाख रुपये देकर घूस दकर कोई पांच हजार करोड़ की कंपनी ले सकता है. ये सोनिया जी बता सकती हैं.' निशिकांत दुबे ने कहा कि यहां चार बार के सांसद जीएम सिद्धेश्वर बैठे हैं जिन्होंने अभी 80 करोड़ का टैक्स देना पड़ा.

Advertisement

ये भी पढ़ें: No Confidence Motion का पूरा प्रोसेस, लोकसभा का नंबरगेम और विपक्षी INDIA गठबंधन की रणनीति, पढ़ें 10 बड़े सवालों के जवाब

गिनाईं सरकार की उपलब्धियां

निशिकांत दुबे यहीं नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा, 'कल न्यूजक्लिक पर मेरे बयान पर हंगामा हुआ. इससे आपको क्या दिक्कत हो गई है. सीपीएम के पूर्व महासचिव प्रकाश करात के नेवेली सिंघम (चाइनजी बिजनसमैन) के साथ कई मेल हैं, जरूरत होगी तो मैं मेल सामने ला दूंगा.' अपने संसदीय क्षेत्र गोड्डा और राज्य का जिक्र करते हुए निशिकांत दुबे ने कहा, '40 फीसदी से ज्यादा मिनिरल्स इस देश में झारखंड से आता है, लेकिन सबसे ज्यादा बेरोजगारी, विस्थापन वहां से हैं. लेकिन आज वहां पोर्ट है, वहां कभी रेल नहीं थी लेकिन आज वहां रेल है, जब रेल आई तो पांच लाख लोग रेल देखने आए. मुझे गर्व है कि मेरे लोकसभा क्षेत्र में एम्स है. वहां आज कई शिक्षण संस्थान हैं, एयरपोर्ट हैं, घर -घर पानी है.'

महाभारत का उद्धहरण देते हुए दुबे ने कहा कि पीएम मोदी को जबरन निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब द्रौपदी का चीरहरण हो रहा था उसे कौरव और पांडव दोनों देख रहे थे...ये अविश्वास प्रस्ताव एक गरीब बेटे के खिलाफ है, उस व्यक्ति के खिलाफ है जिसने गरीब को घर दिया, सबको पानी दिया, गरीबों को शौचालय दिया, उसके खिलाफ ये अविश्वास प्रस्ताव है. आज अगर आप पीएम मोदी का अविश्वास प्रस्ताव से चीरहरण कर रहे हैं, उससे 2024 में कोई भी वापस नहीं आएगा.

Advertisement

ये भी पढ़ें: 'ये घमंडिया गठबंधन...', अविश्वास प्रस्ताव को लेकर PM मोदी का विपक्ष पर करारा वार

 

Advertisement
Advertisement