नीतीश कुमार ने महागठबंधन से अपना नाता तोड़ते हुए बिहार के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि वह कुछ घंटों के बाद बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे. नीतीश कुमार को पाला बदलने पर अब विपक्षी दलों के नेताओं ने उन पर निशाना साधा है और नीतीश कुमार का आलोचना की है.
नीतीश के जाने की थी जानकारी: खड़गे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जब हमारी बात तेजस्वी और लालू जी से बात हुए तो उन्होंने बताया कि नीतीश जी महागठबंधन से जा सकते हैं. इसलिए हमको और आपको मिल कर लड़ना होगा.
उन्होंने सोशल मीडिया पर प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, देश में 'आया राम-गया राम' जैसे कई लोग हैं. पहले वो और हम मिलकर लड़ रहे थे। जब मैंने लालू जी और तेजश्वी जी से बात की तो उन्होंने भी कहा कि नीतीश जा रहे हैं. अगर वह रुकना चाहता तो रुक जाता, लेकिन वह जाना चाहता है। इसलिए ये बात हमें पहले से ही पता थी, लेकिन इंडिया गठबंधन को बरकरार रखने के लिए हमने कुछ नहीं कहा. अगर हम कुछ गलत कहेंगे तो गलत संदेश जाएगा. इसकी जानकारी हमें लालू प्रसाद यादव जी और तेजश्वी यादव जी ने पहले ही दे दी थी. आज वह सच हो गया.
माफ नहीं करेगी बिहार की जनता: जयराम रमेश
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, बार-बार राजनीतिक साझेदार बदलने वाले नीतीश कुमार रंग बदलने में गिरगिटों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. इस विश्वासघात के विशेषज्ञ और उन्हें इशारों पर नचाने वालों को बिहार की जनता माफ नहीं करेगी. बिलकुल साफ है की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से प्रधानमंत्री और भाजपा घबराए हुए हैं और उससे ध्यान हटाने के लिए यह राजनीतिक ड्रामा रचा गया है.
शिवसेना (UBT) ने भी साधा निशाना
वहीं, शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने नीतीश कुमार के पुराना बयान का ज्रिक करते हुए निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मर जाना कबूल है, उनके साथ जाना कबूल नहीं है. ये अच्छी तरह जान लीजिये!
उन्होंने अपने ट्वीट में आगे गृह मंत्री अमित शाह के बयान को भी लिखा है, पलटूराम ने जनादेश का अपमान किया है. अरे पलटू बाबू, कुछ तो लिहाज रखो. छठ मैया से प्रार्थना करता हूं कि पलटू राम से मुक्त हो बिहार. नीतीश कुमार के लिए BJP के दरवाजे बंद.
ठीक नहीं है नीतीश की स्थिति: संजय राउत
शिवसेना UBT के सांसद, संजय राउत ने नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए कहा, इंडिया दल की स्थिति उत्तम है, ममता बनर्जी अभी बाहर नहीं हुई हैं, आम आदमी पार्टी भी अलग नहीं हुई है. सिर्फ नीतीश कुमार का यह खेल चलता रहता है. उनका मानसिक स्वस्थ ठीक नहीं है, हम उन्हें काफी समय से करीब से जानते हैं. वह बीते कुछ दिनों से बीमार है, इसके कुछ व्यक्तिगत कारण हो सकते हैं. नीतीश कुमार के हमसे दूर जाने से बिहार की राजनीति पर कोई फर्क पड़ेगा मुझे ऐसा नहीं लगता. कांग्रेस, तेजस्वी यादव और अन्य छोटे दलों का साथ है. आम आदमी की बात करने तो दिल्ली में कांग्रेस और AAP के बीच सहमति बन चुकी है जल्दी इसकी घोषणा की जायेगी. पंजाब की स्थिति अलग है जैसे केरल और बंगाल में है.
9वीं बार लेंगे सीएम पद की शपथ
आपको बता दें कि नीतीश कुमार की पार्टी ने साल 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव एनडीए गठबंधन के साथ लड़ा था और 43 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि उनकी सहयोगी बीजेपी ने 74 सीटें जीती थीं. इसके बाद 2022 में बीजेपी से नाता तोड़कर आरजेडी के साथ सरकार बनाई थी और अब एक बार फिर एनडीए से हाथ मिला लिया है. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार 28 जनवरी, 2024 को 9वीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे.