लोकसभा में आज भी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा नहीं चल सकी. प्रश्नकाल के दौरान कोरोना वैक्सीनेशन से जुड़े सवालों पर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने जवाब दिया. सदन की कार्यवाही 4 बजे के बाद 6 बजे दोबारा शुरू हुई. लेकिन किसान आंदोलन पर विपक्ष के प्रदर्शन के चलते कार्यवाही सुचारू नहीं चल सकी. लोकसभा की कार्यवाही सोमवार शाम चार बजे तक स्थगित की गई.
लोकसभा की कार्यवाही 6 बजे एक बार फिर शुरू हुई. विपक्ष की नारेबाजी लगातार जारी है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने सदन को स्थगन प्रस्ताव प्राप्त होने की जानकारी दी, लेकिन किसी भी प्रस्ताव को स्वीकर नहीं किया गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में गतिरोध को लेकर संसद भवन में अपनी सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं. बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद हैं. शाह के अलावा सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी भी बैठक में मौजूद हैं.
कृषि कानूनों के विरोध में विपक्ष की नारेबाजी के बीच लोकसभा की कार्यवाही छह बजे तक के लिए स्थगित.
सहारनपुर से सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने संसद में कृषि कानूनों का विरोध किया. उन्होंने सदन में एक पोस्टर भी दिखाया जिस पर लिखा है, ‘तीनों कृषि क़ानून वापस लो, किसानों की जान बचाओ’.
प्रश्नकाल के दौरान कोरोना वैक्सीनेशन से जुड़े सवालों पर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन जवाब दे रहे हैं.
लोकसभा में आज भी विपक्ष का हंगामा जारी है. कृषि कानून के विरोध में उनकी नारेबाजी के बीच प्रश्नकाल के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हुई है.
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा आज समाप्त हुई. इस पर जवाब सोमवार को होगा. इसी के साथ राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार 8 फरवरी 2021 सुबह 9 बजे तक स्थगित कर दी गई.
राज्यसभा में नामित सदस्य मशहूर नृत्यांगना सोनल मानसिंह ने किसान आंदोलन के मुद्दे पर कहा ‘जाने क्या तूने कही, जानें क्या मैंने सुनी, बात कुछ ऐसी बनी’.
उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि किसानों के संदर्भ में जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातें हं उन्हें सही तरीके से सुना जाता.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा में सभी दलों को मौका मिल सके, इसलिए राज्यसभा की कार्यवाही का समय 2.30 तक बढ़ाया गया.
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले ने किसान आंदोलन पर भी अपनी बात रखी. कृषि कानूनों को काला कानून बताने वालों के लिए अठावले ने सदन में अपने चिर परिचित अंदाज में कहा, ‘जो बोल रहे हैं बिल है काला, क्या उनके मुंह को लगाना है ताला’.
हिमाचल प्रदेश से भाजपा सांसद इंदु बाला गोस्वामी ने राज्यसभा में अपना पहला भाषण शुरू किया. पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को याद करते हुए अपनी बात रख रही हैं.
भाजपा सांसद नीरज शेखर ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए राज्यसभा में कहा कि दिलचस्प बात यह है कि जो लोग राष्ट्रपति का अभिभाषण सुनने नहीं आए, अभिभाषण का बहिष्कार किया, अब भाषण देने के लिए जोर-जोर से यहां बोल रहे हैं. मैं यही बात दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों को कहना चाहता हूं, कि वे लोग इन चेहरों को पहचाने और समझे कि कौन उनका कितना हितैषी है.
शिराेमणि अकाली दल के सांसद सरदार बलविंदर सिंह भुंदर ने कृषि कानूनों में ‘काला क्या’ का सदन में जवाब दिया. उन्होंने कहा कि सरकार कह रही है कि आत्मनिर्भर भारत बनाएंगे, किसानों की आय दोगुनी करेंगे, यह कैसे करेंगे इसके लिए कृषि प्रणाली का आधुनिकीकरण करने की बात कही गई है. देश में 1 एकड़ से 5 एकड़ का किसान 80% है जब इसे 7 एकड़ तक ले जाओ तो यह 90% हो जाता है. आपने मंडियों के साथ ओपन मार्केट दे दिया, कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग दे दी. जब कृषि क्षेत्र में बड़ी कंपनियां आ जाएंगी तो क्या दो एकड़ की जमीन वाला किसान उनसे मुकाबला कर पाएगा. कुछ साल बाद बाजार में जब इनकी मोनोपॉली हो जाएगी, बीज उनका होगा, खाद उनकी होगी तो कीमत पर नियंत्रण भी उनका होगा, कुछ साल बाद किसान कर्जाई हो जाएगा और फिर कंपनियां उसकी जमीन ले लेगी.
कृषि मंत्री के पंजाब और हरियाणा के कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग का उदाहरण देने को लेकर दीपेंद्र हुड्डा से तीखी बहस हुई. बाद में कृषि मंत्री ने हुडा से कहा ‘कृषि कानून के बारे में अगली बार पढ़कर आना.’
कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को भड़काया जा रहा है कि उनकी जमीन चली जाएगी. विपक्ष बताए कि कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग के किस प्रावधान में ऐसा लिखा है. उनके इस कथन पर विपक्ष ने आपत्ति जतायी.
कृषि कानून पर अपनी बात रखते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने विपक्ष से सवाल किया कि कृषि कानूनों में ‘काला’ क्या है, वह बताए.
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को लेकर सरकार को जितना कोसा जाना था, कोसा गया. कृषि कानूनों को ‘काला कानून’ भी कहा गया.
कृषि मंत्री जब सदन में किसान सम्मान निधि का जिक्र कर रहे थे तब कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने योजना के बजट में 10,000 करोड़ रुपये की राशि कम करने के लिए उन्हें टोका. इस पर मंत्री ने कहा कि जब योजना लाई गई थी तो 14.5 करोड़ किसानों को ये लाभ देने का अनुमान था लेकिन अभी तक 10.75 करोड़ किसान ही इसमें पंजीकृत हो पाए हैं. ऐसे में हमारा काम 65,000 करोड़ रुपये में ही चल रहा है.
कृषि मंत्री ने कहा कि अब उत्पादन अधिक है इसलिए किसानों के बारे आय केंद्रित विचार अपनाने की जरूरत.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोशिश ग्रामीण लोगों के जीवन स्तर में बदलाव लाने की रही है. इसलिए प्रधानमंत्री आवास योजना को नया स्वरूप दिया, उज्ज्वला योजना से सबको रसोई गैस उपलब्ध कराई. सौभाग्य योजना से बिजली उपलब्ध कराई. सबको शौचालय दिया.
कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि माना कि आपने मनरेगा शुरू की, लेकिन आपके समय में इसमें गड्ढे ही खोदे जाते थे. हमने इसे परिमार्जित करने का काम किया.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिह तोमर बोल रहे हैं. उन्होंने किसानों को ‘हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत’ बताया.
किसानों के मुद्दे पर राज्यसभा में बोलते हुए कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने अटल बिहारी वाजपेई की कविता पढ़ी.
किसानों के मुद्दे पर राज्यसभा में बोलते हुए कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने महात्मा गांधी को Quote किया, ‘जो कानून तुम्हारे अधिकारों की रक्षा ना कर सके, उसकी अवहेलना करना तुम्हारा परम कर्तव्य होता है.’
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने ट्वीट कर किसान आंदोलन का समर्थन करने वाले लोगों पर भाजपा के हमले को लेकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि, ‘हमारे कुछ राष्ट्रवादियों ने अमेरिका में ‘अबकी बार, ट्रंप की सरकार’ की वकालत की. इसका क्या मतलब है? जब हमने जॉर्ज फ्लॉयड के साथ हुई बदसलूकी का विरोध किया जो किसी ने सवाल नहीं किया. लेकिन जब रिहाना और ग्रेटा थनबर्ग ने हमारे देश के किसानों साथ सद्भावना जतायी है तो हम इतना परेशान क्यों हो रहे हैं?’
कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने किसानो के आंदोलन के बारे में बोलते हुए कहा कि प्रजातंत्र में एक मत हो, एक विचार हो ये ना संभव है ना स्वीकार्य है. भारत की परंपरा चर्चा और चिंतन की रही है, वाद-विवाद की संवाद की रही है. सरकार के हर निर्णय और नीति को जनता स्वीकार करे और विपक्ष अनुमोदन करे ये ना तो अनिवार्य है और ना ही स्वीकार्य है और यदि ऐसा हो तो हम जनतंत्र नहीं रहे.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा पर कांग्रेस के सांसद आनंद शर्मा राज्यसभा में बोल रहे हैं. उन्होंने कोविड काल में केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कोरोना काल में जान गंवाने वाले डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों और किसान आंदोलन के दौरान मारे गए 194 किसानों को श्रद्धाजंलि दी. उन्होंने 26 जनवरी पर लाल किले की हिंसा की भर्त्सना की. उन्होंने कहा कि हम दिल्ली पुलिस के जवानों पर हुए हमले की निंदा करते हैं, क्योंकि उस समय वे लोग अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे थे.
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राष्ट्रपति जी के अभिभाषण में तीन कृषि कानूनों की तारीफ की गई है, जबकि देशभर में इसे लेकर प्रदर्शन चल रहा है.
राज्यसभा में भाजपा सांसद राकेश सिन्हा ने AAP सांसद के लिए कविता पढ़ी. 26 जनवरी की घटना पर संजय सिंह के कल के भाषण का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘ मैं टूटा, तो सब टूटेगा, जो कुछ भी है वह भी छूटेगा, मैं हूं जो आज़ाद वतन है, मैं भारत का संविधान हूं, लाल किला से बोल रहा हूं.’
कांग्रेस सांसद ने प्रताव सिंह बाजवा ने किसानों को खालिस्तानी कहे जाने के मुद्दे पर सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि आप हमें Nationalism ना सिखाएं. हमारे पंजाब में हर महीने एक बच्चा तिरंगा में लिपटकर गांव पहुंचता है.
पंजाब से कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा किसान आंदोलन को लेकर पंजाबी में अपना भाषण दे रहे हैं. उन्होंने सरकार से सवाल किया कि कोरोना काल में चोर दरवाजे से कृषि कानूनों को अध्यादेश के तौर पर लाने की क्या जरूरत थी. जब इतने साल इंतजार किया तो छह महीने और इंतजार क्यों नहीं किया गया.
भाजपा ने राज्यसभा सदस्यों को 8 से 12 फरवरी के बीच सदन में उपस्थित रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया है. इसका मकसद सदन में सरकार के पक्ष को मजबूती से रखना है.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान महाराष्ट्र से BJP सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे ने सरकार के विभिन्न कामों का बखान किया. उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि ये मोदी मैजिक है, मैं कहता हूं कि ये मोदी मैजिक नही बल्कि मोदी मेहनत है.
BSP के सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने पार्टी की ओर से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग रखी. उन्होंने कहा कि सरकार ठेकेदारी के नाम पर जमींदारी वापस लाना चाहती है.
संजय राउत बोले कि सरकार किसान आंदोलन की एकजुटता तोड़ने में क्यों लगी है. जब किसान मुगलों से लड़ा, अंग्रेजों से लड़ा और कोरोना काल में लंगर में बांट रहा था तो देशप्रेमी था. अब जब अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है तो खालिस्तानी हो गया.
किसानों का ये आंदोलन जब तक जिंदा है, तब तक ये देश जिंदा है. सारा देश उनके साथ है.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने संजय सिंह, शशि थरूर के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किए जाने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि हम छः साल से सच सुन रहे है और झूठ को भी सच मान रहे है.आज जो सच बोलता है सच लिखता है उसे देशद्रोही कहा ज़ाता है.जो सरकार से सवाल पूछे उसे देशद्रोह का मुक़दमा ठोका जाता है. संजय सिंह, शशि थरूर और कुछ पत्रकारों को देशद्रोह का मुक़दमा लगा दिया गया. ऐसा लगता है क़ानून की किताब धारा को ख़त्म करके देशद्रोह का मुक़दमा बना दिया है. PM मोदी हमारे लिए आदरणीय है और हम उनका सम्मान करते है.
महाराष्ट्र से NCP के सांसद प्रफुल्ल पटेल राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर बोल रह हैं. उन्होंने कोरोना काल में काम करने वाले डॉक्टरों, सफाई कर्मियों को धन्यवाद दिया. अभी किसानों के मुद्दे पर बात कर रहे हैं.
केरल से सीपीआई के सांसद विनय विश्वम के भाषण के साथ राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा शुरू हो गई है.
राज्यसभा की कार्यवाही 9 बजे शुरू हो गई. संसदीय समितियों के प्रतिवेदन रखे जा रहे हैं.
राज्यसभा की कार्यवाही अब से कुछ देर में शुरू होगी. सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा चल रही है.