संसद में सरकार और विपक्ष के बीच चल रहा गतिरोध खत्म नहीं हो पा रहा है. मौजूदा मॉनसून सत्र का तीसरा सप्ताह चल रहा है और हर दिन की कार्यवाही शोरगुल में ही दब जाती है. मंगलवार को भी ऐसा ही हुआ. सदन शुरू होते ही विपक्षी सांसद जमकर नारेबाजी करने लगे.
हंगामे के चलते सदन बाधित हो गया. लोकसभा में कुछ देर कार्यवाही चली लेकिन राज्यसभा में हंगामा होता रहा. इसके बाद राज्यसभा चेयरमैन एम. वेंकैया नायडू ने भारी हंगामा देखते हुए कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.
राज्यसभा चेयरमैन ने की समाधान की कोशिश
बताया जा रहा है कि राज्यसभा चेयरमैन ने सरकार और विपक्ष दोनों ही पक्षों से बातचीत की है और मिलकर समाधान निकालने के लिए कहा है. बावजूद इसके मंगलवार को सदन के अंदर इसका कोई असर नहीं दिखाई दिया.
जानकारी के मुताबिक, राज्यसभा चेयरमैन ने सोमवार शाम रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और राज्यसभा में नेता सदन पीयूष गोयल से मुलाकात की थी. इसके बाद मंगलवार को जब सदन शुरू होते ही कार्यवाही स्थगित हुई राज्यसभा चेयरमैन ने नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और गतिरोध खत्म करने पर चर्चा हुई.
लेकिन पूरा दिन राज्यसभा में हंगामा होता रहा और चार बजे से पहले ही सदन की कार्यवाही को बुधवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया.
लोकसभा में हंगामे के बीच पास हुए दो बिल
राज्यसभा की तरह लोकसभा में भी विपक्ष ने अपने तीखे तेवर दिखाए. खूब नारे लगाए. काले कानून वापस लो, जासूसी बंद करो की आवाज सदन के अंदर सुनाई दी. लेकिन इस सबके बीच दो अहम बिल पारित हो गए.
मंगलवार को लोकसभा में रक्षा क्षेत्र से जुड़ा एक अहम बिल (अनिवार्य रक्षा सेवा विधेयक, 2021) पेश किया गया, जो बाद में पारित भी हो गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस विधेयक को राष्ट्र की सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण बताया. वहीं, विपक्ष की तरफ से इस बिल का विरोध किया गया. लोकसभा सांसद एनके रामचंद्रन ने कहा कि भारत सरकार ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का निजीकरण करना चाहती है, ये बिल इसीलिए लाया जा रहा है. रामचंद्रन ने बिल का विरोध करते हुए कहा कि इसका पूरा मकसद स्ट्राइक को रोकना है.
इस बिल के अलावा अधिकरण सुधार विधेयक, 2021 भी लोकसभा से पारित हो गया. इस बिल के पारित होते ही लोकसभा की कार्यवाही भी बुधवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई.