मॉनसून सत्र (Monsoon session of parliament) की शुरुआत से पहले बीजेपी ने बड़ा फैसला लिया है. इसमें बीजेपी ने पीयूष गोयल को राज्यसभा में अपना नेता चुना है. दूसरी तरफ कांग्रेस भी एक बड़ा बदलाव कर सकती है. इसमें कांग्रेस अधीर रंजन चौधरी (Adhir ranjan chowdhury) की जगह राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को लोकसभा में अपना नेता बना सकती है. बता दें कि 19 जुलाई से संसद का मॉनसून सत्र (Monsoon session 2021) शुरू होना है.
दरअसल, थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किए जाने के बाद से राज्यसभा में यह सीट खाली थी, जिसपर बीजेपी पीयूष गोयल को लाया गया है. राज्यसभा में पीयूष गोयल की सीट पीएम मोदी के साथ होगी. दूसरी तरफ कांग्रेस अगले 48 घंटे में कोई बड़ा फैसला ले सकती है. इसमें लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी का विकल्प तलाशा जा रहा है.
विपक्षी पार्टियों से पीयूष गोयल का तालमेल अच्छा
पीयूष गोयल 2010 से राज्यसभा के सदस्य हैं. बीते दो सालों में गोयल उन प्रमुख नेताओं में रहे हैं जिन्होंने कांग्रेस की पार्टी लाइन से इतर रहने वाली विपक्षी पार्टियों से संपर्क साधा है. इसमें बीजू जनता दल, AIADMK, वाईएसआर कांग्रेस आदि शामिल हैं. इतना ही नहीं ममता बनर्जी और केंद्र सरकार की भले ना बनती हो, लेकिन TMC नेताओं संग पीयूष गोयल का संसद के बाहर और अंदर दोनों ही जगह अच्छा संपर्क है. राज्यसभा में नेता के लिए बीजेपी की तरफ से भूपेंद्र यादव, निर्मला सीतारमण के नाम पर भी विचार हुआ था.
मॉनसून सत्र में सरकार को घेरेगी कांग्रेस
दूसरी अहम खबर कांग्रेस खेमे की तरफ से आ रही है. आधिकारिक तौर पर इस बात को भले नकारा गया है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को अधीर रंजन चौधरी की जगह लोकसभा में कांग्रेस का नेता बनाया जा सकता है. बता दें कि अधीर रंजन चौधरी 2019 से इस पद पर हैं. राहुल गांधी के अलावा लुधियाना से सांसद मनीष तिवारी, शशि थरूर (केरल), गौरव गोगोई (असम), रवनीत सिंह बिट्टू (पंजाब) और उत्तम कुमार रेड्डी का नाम चर्चाओं में है.
सूत्र ने बताया कि कांग्रेस मानती है कि मॉनसून सेशन (Monsoon session 2021) में कोरोना संकट, टीकाकरण, तेल की बढ़ती कीमत, महंगाई, बेरोजगारी, राफेल आदि पर केंद्र सरकार को घेरा जाना चाहिए, यह राहुल गांधी के लिए अपनी छवि बनाने का अच्छा मौका हो सकता है.