कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए 10 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने पी चिदंबरम को तमिलनाडु, जयराम रमेश को कर्नाटक, राजीव शुक्ला को छत्तीसढ़, प्रमोद तिवारी को राजस्थान और इमरान प्रतापगढ़ी को महाराष्ट्र से उम्मीदवार घोषित किया है. कांग्रेस की ओर से उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किए जाने के बाद पार्टी में सियासी घमासान शुरू होता नजर आ रहा है.
कांग्रेस की ओर से राज्यसभा उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किए जाने के बाद कुछ नेता मौन हैं तो कुछ मुखर होते नजर आ रहे हैं. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा और नगमा ने इसे लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त की है. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा है कि शायद मेरी तपस्या में कुछ कमी रह गई. वहीं, नगमा ने भी कुछ इसी तरह का बयान दिया है.
कांग्रेस नेता नगमा ने पवन खेड़ा के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा है कि हमारी भी 18 साल की तपस्या इमरान प्रतापगढ़ी के आगे कम पड़ गई. इन दोनों नेताओं ने राज्यसभा चुनाव के लिए टिकटों के ऐलान पर ज्यादा कुछ तो नहीं कहा है, लेकिन कम शब्दों में ही ये संदेश जरूर दे दिया है कि टिकट वितरण में इनकी अनदेखी की गई है.
गौरतलब है कि कांग्रेस ने 10 उम्मीदवारों की सूची में सबसे अधिक सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश को अधिक तरजीह दी है. कांग्रेस के 10 उम्मीदवारों की सूची में 3 नाम उत्तर प्रदेश के नेताओं के हैं. कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के प्रमोद तिवारी, राजीव शुक्ला और इमरान प्रतापगढ़ी को राज्यसभा के लिए अलग-अलग राज्यों से उम्मीदवार बनाया है.
गुलाम नबी आजाद का नहीं है नाम
राज्यसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता रहे गुलाम नबी आजाद को पार्टी ने इसबार उम्मीदवार नहीं बनाया है. कांग्रेस ने G-23 के आनंद शर्मा को भी टिकट नहीं दिया है. राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले अजय माकन और रणदीप सिंह सुरजेवाला के नाम कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची में है. इस सूची में एकमात्र महिला चेहरा रंजीत रंजन हैं. मुकुल वासनिक को भी राजस्थान से राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया गया है.