पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सियासी अदावत जगजाहिर है. दोनों ही दलों के नेता एक-दूसरे के खिलाफ बयानी जंग में व्यक्तिगत हमले करने से भी बाज नहीं आते. विधानसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को लेकर टीएमसी विधायक के बयान पर सियासी घमासान मच गया है.
टीएमसी विधायक के बयान के बाद बीजेपी के विधायक विधानसभा से बाहर निकल आए और विरोध-प्रदर्शन किया. आसनसोल से बीजेपी की विधायक अग्निमित्र पॉल ने इसे लेकर टीएमसी पर हमला बोला है. बीजेपी विधायक अग्निमित्र पॉल ने व्यक्तिगत हमलों के बढ़ते कल्चर की आलोचना की है. साथ ही उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को लेकर टीएमसी विधायक साबित्री मित्रा के बयान का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी घेरा. अग्निमित्र पॉल ने कहा कि टीएमसी विधायक साबित्री मित्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की तुलना दुर्योधन और दुशासन से की. उन्होंने कहा कि इसे लेकर बीजेपी के विधायक विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव लाना चाहते थे.
बीजेपी विधायक अग्निमित्र पॉल ने कहा कि विधानसभा के स्पीकर ने इसकी अनुमति नहीं दी जिससे चर्चा नहीं हो सकी. इसके बाद बीजेपी विधायक अग्निमित्र पॉल के नेतृत्व में सदन से वॉकआउट कर गए और बाहर निकलकर विरोध प्रदर्शन किया. अग्निमित्र पॉल ने सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान टीएमसी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की व्यक्तिगत हमलों की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आलोचना की.
वहीं, साबित्री मित्रा ने भी इसे लेकर प्रतिक्रिया दी है. टीएमसी विधायक साबित्री मित्रा ने अग्निमित्र पॉल के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि बीजेपी के विधायकों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शूर्पणखा कहा था. साबित्री मित्रा ने कहा कि जब बीजेपी के नेता सजल घोष ने ममता बनर्जी को शूर्फणखा कहा था, तब हंगामा क्यों नहीं हुआ.
साबित्री मित्रा की प्रतिक्रिया को लेकर अग्निमित्र पॉल ने कहा कि अगर बीजेपी के किसी नेता ने ममता बनर्जी को शूर्पणखा कहा तो इसकी निंदा करती हूं. लेकिन ये शुरू किसने किया.