आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव गुरुवार को हेल्थ चेकअप के लिए गुरुवार को पटना से दिल्ली पहुंचे. इस दौरान उन्होंने 2024 में पीएम चेहरे को लेकर बड़ा बयान दिया. लालू यादव ने कहा कि जो भी पीएम हो, वो बिना पत्नी का नहीं होना चाहिए.
दरअसल, लालू यादव से पूछा गया कि पीएम का चेहरा कौन होगा ? आपने उस दिन कहा था कि राहुल को दूल्हा बनना चाहिए . तो क्या ये इशारा था कि राहुल को पीएम के तौर पर देखते हैं ? इस पर लालू यादव ने कहा, जो भी पीएम हो, वो बिना पत्नी का नहीं होना चाहिए. जो प्रधानमंत्री बिना पत्नी के रहते हैं, वो बहुत गलत है. ये खत्म करना चाहिए. जो भी पीएम बने, वो पत्नी के साथ होना चाहिए.
#WATCH | When asked about the PM face from Opposition & his earlier advice to Rahul Gandhi to get married, RJD chief Lalu Prasad Yadav says, "Whoever becomes the PM should not be without a wife. Staying at PM residence without a wife is wrong. This should be done away with..,"… pic.twitter.com/uh0dnzyoJk
— ANI (@ANI) July 6, 2023
लालू ने राहुल को दी थी शादी करने की सलाह
पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की महाबैठक हुई थी. मीटिंग के बाद जब सभी दलों के शीर्ष नेता साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, उसी दौरान माहौल को हल्का-फुल्का करने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू यादव ने कांग्रेस नेता और पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को शादी करने की सलाह दे दी. लालू यादव ने इस दौरान कहा था, 'राहुल जी आप शादी कर लीजिए, हमलोग बारात जाना चाहते हैं, आपकी मम्मी भी यही चाहती है.' लालू यादव की इस बात पर राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं की हंसी छूट गई.
'मोदी की विदाई की तैयारी कर रहे'
लालू यादव ने कहा कि वे जांच के लिए दिल्ली जा रहे हैं. वहां से लौटकर विपक्षी एकता की बैठक में बेंगलुरु जाएंगे. नरेंद्र मोदी की विदाई की तैयारी करने के लिए. लालू ने कहा, मेरे आने से बीजेपी को चिंता हो चुकी है. इतना ही नहीं लालू यादव ने दावा किया कि विपक्ष 300 से ज्यादा सीटें जीतेगा.
शरद पवार पर क्या बोले लालू यादव?
लालू यादव से जब शरद पवार और अजित पवार को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, शरद पवार पावरफुल व्यक्ति हैं. वे रिटायर नहीं होंगे. भले ही वह बूढ़े हो गए, लेकिन वे राजनीति से सन्यास नहीं लेंगे. राजनीति में कोई रिटायर नहीं होता. उन्होंने कहा, अजित पवार का कोई प्रभाव नहीं है.
अजित पवार ने की बगावत
दरअसल, हाल ही में पटना में बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों की बैठक हुई थी. इसके बाद महाराष्ट्र में एनसीपी में बड़ी फूट देखने को मिली. एनसीपी नेता अजित पवार चाचा शरद पवार से बगावत कर एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए. उनके साथ 8 विधायकों ने भी शिंदे सरकार में मंत्री पद की शपथ ली. अजित खेमे ने शक्ति प्रदर्शन के लिए बुधवार को बैठक बुलाई थी. इस बैठक में 32 विधायक उनके समर्थन में पहुंचे. हालांकि, अजित खेमे का दावा है कि उन्हें 40 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है.