कांग्रेस के महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ किए गए प्रदर्शन पर एक नए तरह की सियासत हो रही है. सत्ता पक्ष की ओर से कांग्रेस के काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन करने पर ही सवाल खड़ा कर दिया गया है. इस पर अमित शाह से लेकर योगी आदित्यनाथ तक अपनी राय दे चुके हैं, जबकि ताजा बयान हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज की ओर से आया है.
अनिल विज का कहना है- कांग्रेस की असली तकलीफ यह है कि ‘लागा चुनरी पे दाग छुपाऊं कैसे, बच जाऊं कैसे’. इसलिए ED से बचने के लिए कभी सत्याग्रह जैसे पवित्र शब्द का चोरी ठगी के लिए इस्तेमाल करती है, तो कभी काली करतूतों से सफेद से काले हो चुके वस्त्र डाल कर जनता के मुद्दों की आड़ में देश में ड्रामा करती है.
अनिल विज अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. जबकि कांग्रेस को लेकर वह हमेशा मुखर रहते हैं. खैर काले कपड़ों पर अनिल विज से पहले ही सियासत तब शुरू हुई, जब गृहमंत्री अमित शाह ने इसे लेकर सवाल खड़े कर दिए. अमित शाह ने इसे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की शिलान्यास तिथि की सालगिरह से जोड़ते हुए कांग्रेस पर हमला किया.
‘राम मंदिर बनने से खुश नहीं कांग्रेस’
अमित शाह ने कहा था- आज ही के दिन (5 अगस्त) नरेन्द्र मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का शिलान्यास किया था, इसलिए कांग्रेस तुष्टिकरण के लिए ये विरोध कर रही है. ईडी और महंगाई तो सिर्फ बहाने हैं. कांग्रेस का असली दर्द श्रीराम मंदिर का बनना है. आज तो कांग्रेस ने एक कदम और आगे बढ़ काले कपड़े पहनकर विरोध किया है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हिडन तरीके से तुष्टिकरण की पॉलिसी अपनाई है. कोई ईडी ने समन नहीं किया है. फिर भी विरोध का कार्यक्रम रखा गया. आज सभी के लोग काले कपड़े पहन कर आए, आज ही के दिन राम जन्म भूमि का शिलान्यास किया गया था. शांतिपूर्ण तरीके से समाधान हुआ था, लेकिन कांग्रेस फिर भी खुश नहीं है. ये राम मंदिर के विरोध के लिए काले कपड़े का इस्तेमाल किया गया है.
‘राम भक्तों का अपमान कर रही कांग्रेस’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कांग्रेस के इस प्रदर्शन को राम भक्तों का अपमान बताया. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस ने अयोध्या दिवस को देखते हुए काले कपड़े पहने और लोगों की भावनाओं को आहत करने का काम किया. कांग्रेस पार्टी कई दिनों से प्रदर्शन अपने सामान्य कपड़ों में कर रही थी. इसको लेकर सहमति-असहमित हो सकती है, लेकिन 5 अगस्त को कांग्रेस का यह आचरण एक बार फिर जगजाहिर हुआ है. आज कांग्रेसियों ने काले कपड़े पहनकर जो प्रदर्शन किया है, यह श्रीराम जन्म भूमि के मंदिर निर्माण की शुभारंभ तिथि के दिन रामभक्तों का अपमान है. अयोध्या दिवस का अपमान है, भारत के लोकतंत्र का अपमान है, भारत की न्यायपालिका के सम्मान का अपमान है.
प्रियंका गांधी ने ऐसे किया पलटवार
कांग्रेस के महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन को श्रीराम मंदिर के विरोध से जोड़ने पर कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने तीखा पलटवार किया. उन्होंने कल देर शाम ट्वीट कर सबसे पहले श्रीराम को स्मरण किया और कहा- 'भये प्रकट कृपाला दीन दयाला, कौशिल्या हितकारी, हर्षित महतारी, मुनि मन हारी अद्भुत रूप निहारी. करुणा सुख सागर, सब गुन आगर, जेहि गावहिं श्रुति संता, सो मम हित लागी, जन अनुरागी प्रकट भये श्रीकंता.'
इसी के साथ गृहमंत्री अमित शाह के बयान को लेकर कहा- देशभर के गरीबों और मध्य वर्ग के ऊपर पड़ रही महंगाई की मार के खिलाफ लड़ना... जन अनुरागी भगवान राम का दिखाया रास्ता है. जो महंगाई बढ़ाकर दुर्बल जन को कष्ट देता है वह भगवान राम पर वार करता है. जो महंगाई के विरुद्ध आंदोलन करने वालों को मिथ्या वचन कहता है वह लोकनायक राम और भारत के जन का अपमान करता है.