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सक्रिय राजनीति में आएंगे प्रशांत किशोर, कहा- मेरी पॉलिटिक्स का केंद्र बिहार रहेगा ही रहेगा

प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं निश्चित तौर पर सक्रिय राजनीति में आऊंगा. हालांकि, प्रशांत किशोर ने न तो तारीख और न पार्टी का नाम लिया, लेकिन यह जरूर कहा कि मैं जो कर रहा हूं (रणनीतिकार), वो मैं जीवनभर नहीं करना चाहता हूं.

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चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (फाइल फोटो)
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • प्रशांत किशोर बोले- मैं सक्रिय राजनीति में आऊंगा
  • समय और पार्टी के नाम पर प्रशांत किशोर की चुप्पी

चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर सक्रिय राजनीति में आएंगे. लल्लनटॉप को दिए एक इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं निश्चित तौर पर सक्रिय राजनीति में आऊंगा. हालांकि, प्रशांत किशोर ने न तो तारीख और न पार्टी का नाम लिया, लेकिन यह जरूर कहा कि मैं जो कर रहा हूं (रणनीतिकार), वो मैं जीवनभर नहीं करना चाहता हूं, मैं सक्रिय राजनीति में जरूर आऊंगा.

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किस पार्टी से राजनीति में आएंगे? इस सवाल का जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं अभी अपने फ्यूचर प्लान के बारे में कुछ नहीं सकता हूं, कुछ चीजें आपकी इच्छानुसार नहीं होती है, मुझे आज से दो साल पहले यह नहीं पता था कि मैं बंगाल में रणनीतिकार की भूमिका निभाऊंगा, लेकिन आज निभा रहा हूं.

प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने जेडीयू ज्वॉइन करके राजनीति में शुरुआत करने की कोशिश की, सफलता नहीं मिली, फिर जो काम समझते थे और जिसमें पहचान बनाई है, उसमें वापस लौटे हैं, मुझे पूरा विश्वास है कि बेहतर समझ और बेहतर विश्वास के साथ फिर से राजनीति में उतरा जा सकता है, लेकिन यह गारंटी नहीं है कि मैं वहां फिर से फेल नहीं हो जाऊंगा.

बिहार से राजनीति शुरू करने के सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर मैं किसी भी संगठन या किसी भी तरीके से राजनीति से शुरू करूंगा तो बिहार उसका केंद्र तो रहेगा ही रहेगा, मेरी राजनीति बिहार से अलग हो ही नहीं सकती है, लेकिन किस तरीके से, किस टाइम पर होंगी, यह तभी बता पाएंगे जब चीजें उस हिसाब से उभरेंगी.

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दूसरों को चुनाव जीताने के सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं किसी को चुनाव नहीं जीताता हूं, मैं केवल उनकी मदद करता हूं, चुनाव जीतना और न जीतना, उस नेता के ऊपर निर्भर करता है, बिना मिट्टी के घड़ा नहीं बन सकता है, मैं घड़े को बनाने में मदद कर सकता हूं, लेकिन मिट्टी और मेहनत को उस नेता को करनी होती है.

 

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