राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election 2022)में विपक्ष के दो नेताओं ने मैदान में उतरने से साफ इनकार कर दिया है. अब महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी (Gopal Krishna Gandhi) ने भी सोमवार को विपक्ष के नेताओं को राष्ट्रपति पद के लिए उनका नाम सुझाने पर धन्यवाद देते हुए चुनाव लड़ने न लड़ने की इच्छा जता दी.
गोपालकृष्ण गांधी ने बयान जारी कर कहा कि सर्वोच्च पद के लिए उनके नाम पर विचार किए जाने के लिए वह विपक्षी दलों के आभारी हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष का उम्मीदवार कोई ऐसा चेहरा होना चाहिए, जिसके नाम पर राष्ट्र में आम सहमति बने. कई और भी चेहरे होंगे जो उनसे ज्यादा बेहतर काम कर सकते हैं.
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मालूम हो कि इससे पहले एनसीपी नेता शरद पवार (Sharad Pawar) और नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने भी चुनाव लड़ने की अनिच्छा जाहिर कर चुके हैं.
फारुख अब्दुल्ला ने यह दिया था तर्क
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम ने कहा, 'मैंने इस इस पर काफी विचार करने के बाद मेरा मानना है कि जम्मू-कश्मीर इस समय कठिन हालात से गुजर रहा है जिससे निपटने के लिए मेरी मदद की जरूरत है. इसलिए मैं अपना नाम इस आदर के साथ वापस लेता हूं. मैं ममता दीदी का आभारी हूं कि उन्होंने मेरा नाम का प्रस्ताव रखा है साथ ही उन नेताओं का आभारी हूं जिन्होंने मुझे समर्थन देने का वादा किया.'
...इसलिए पवार ने पीछे खींचे कदम
सबसे पहले ममता बनर्जी ने शरद पवार को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने का प्रस्ताव दिया था लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था. उनके मना करने के पीछे कई वजहें सामने आ रही हैं. पहली यह कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए के पास कुल 5.26 लाख वोट हैं जबकि पूरे विपक्ष व निर्दलियों को मिलाकर 5.60 लाख वोट हैं.
विपक्ष भी पूरी तरह से एकजुट नहीं है. ममता बनर्जी की बैठक में टीआरएस, आम आदमी पार्टी, बीजेडी, वाईएसआर कांग्रेस और अकाली दल शामिल नहीं हुए थे. तीसरा शरद पवार खुद को सक्रिय राजनीति से दूर नहीं करना चाहते हैं. शरद पवार की नजर 2024 के लोकसभा और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव पर है, जिसके लिए किसी तरह का कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते.
15 जून को तीनों नामों पर हुई थी चर्चा
15 जून को टीएमसी नेता ममता बनर्जी की ओर से बुलाई गई विपक्ष के नेताओं की बैठक में शरद पवार के साथ-साथ फारुक अब्दुल्ला, गोपाल कृष्ण गांधी और एनके प्रेमचंद्रन के भी नाम की चर्चा हुई थी.