प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 103वें एपिसोड को संबोधित किया. उन्होंने सावन का जिक्र करते हुए कहा,'इस समय सावन का पवित्र महीना चल रहा है. सावन का आध्यात्मिक के साथ ही सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी बहुत महत्व रहा है. मुझे दो अमेरिकन दोस्तों के बारे में पचा चला, जो कैलिफोर्निया से यहां अमरनाथ यात्रा करने आए थे. इन विदेशी मेहमानों ने अमरनाथ यात्रा से जुड़े स्वामी विवेकानंद के अनुभवों के बारे में कहीं सुना था. उससे उन्हें प्रेरणा मिली कि ये खुद भी अमरनाथ यात्रा करने आ गए. ये इसे भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद मानते हैं. यही भारत की खासियत है, कि सबको अपनाता है, सबको कुछ न कुछ देता है.'
पीएम मोदी ने योग के बारे में बात करते हुए कहा,'बीते दिनों जब में फ्रांस गया तो मेरी मुलाकात शारलोट शोपा से हुई. वह एक योगा प्रैक्टिशनर हैं. योगा टीचर हैं. उनकी उम्र 100 साल से भी ज्यादा है. वो सेंचुरी पार कर चुकी हैं. वो पिछले 40 साल से योग प्रैक्टिस कर रही हैं. अपने स्वास्थ्य और 100 साल की इस आयु का श्रेय वह योग को ही देती हैं. वो दुनिया में भारत के योग विज्ञान और इसकी ताकत का एक प्रमुख चेहरा बन गई हैं. इनसे हर किसी को सीखना चाहिए.'
मुस्लिम महिलाओं की चिट्ठी से मिला संतोष
उन्होंने आगे कहा कि मन की बात में मुझे इस बार काफी संख्या में ऐसे पत्र भी मिले हैं, जो मन को बहुत ही संतोष देते हैं. ये चिट्ठी उन मुस्लिम महिलाओं ने लिखी है. जो हाल ही में हज यात्रा करके आई हैं. उनकी ये यात्रा कई मायनों में बहुत खास है. ये वो महिलाएं हैं, जिन्होंने हज की यात्रा, बिना किसी पुरुष सहयोगी या मेहरम के बिना पूरी की है और ये संख्या सौ-पचास नहीं, बल्कि 4 हजार से ज्यादा है. यह एक बड़ा बदलाव है. पहले मुस्लिम महिलाओं को बिना मेहरम के हज करने की इजाजत नहीं थी. उन्होंने मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से सऊदी अरब सरकार का भी ह्रदय से धन्यवाद किया. सऊदी सरकार ने बिना मेहरम हज यात्रा पर जाने वाली महिलाओं के लिए खासतौर पर महिला सहियोगी की नियुक्ति की.'
बाढ़ से लोगों को उठानी पड़ी तकलीफ
पीएम मोदी ने कहा कि यमुना समेत कई नदियों में बाढ़ से कई लोगों को तकलीफ उठानी पड़ी हैं. पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं हुईं हैं. गुजरात के तटों में विपरजॉय तूफान भी आया. लेकिन हमने फिर दिखाया है कि सामूहिक प्रयास की ताकत क्या होती है. हमारे जवानों ने दिन रात लगकर इन परेशानियों का सामना किया है.
बनाए जा रहे 50 हजार से ज्यादा सरोवर
उन्होंने आगे कहा,'सर्वजन हिताय की यही भावना भारत की पहचान भी है और भारत की ताकत भी है. बारिश का यही मौसम जल संरक्षण के लिए भी उतना ही जरूरी है. अभी 50 हजार से ज्यादा अमृत सरोवर बनाने का काम चल रहा है. जल संरक्षण के लिए तरह-तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. पीएम मोदी ने आगे कहा कि वह शहडोल के पकरिया गांव गए थे. वहां उनकी जल संरक्षण को लेकर ग्रामीणों से बात हुई. वहां अब वॉटर रिचार्ज का काम शुरू हो गया है. वहां करीब 100 कुओं को अब बारिश के पानी रे रिचार्ज किया जाता है.