कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके पंजाब के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ आज बीजेपी में शामिल हो गए. सुनील जाखड़ ने दिल्ली में आज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली.
सुनील जाखड़ ने कहा, 'मैं सभी का आभारी हूं कि बीजेपी में शामिल हुआ. आसान काम नहीं होता. मेरा कांग्रेस से रिश्ता 50 साल पुराना है. मेरी तीन पीढ़ी कांग्रेस में रहीं. सुनील जाखड़ ने राजनीति को निजी स्वार्थ के लिए तोड़ने का काम नहीं किया. पंजाब साधु पीर की धरती है. यही से राष्ट्रीयता की शुरुआत होती है. कोई व्यक्तिगत झगड़ा नहीं था बल्कि कुछ मुद्दे थे. पंजाब में अभी तक कोई भेदभाव नहीं आया. सुनील को इस बात के लिए कठघड़े में किया गया कि मैंने सवाल उठाया कि आप पंजाब को किसी भी जाति और धर्म मे नहीं बाट सकते.'
जाखड़ ने 14 मई को दिया कांग्रेस से इस्तीफा
सुनील जाखड़ ने 14 मई को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, पंजाब विधानसभा चुनाव के वक्त से ही कांग्रेस से उनकी मनमुटाव की स्थिति बनी थी. पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद जब पार्टी ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया था, उसके बाद जाखड़ कई बार बयान देकर नाराजगी भी व्यक्त कर चुके थे. हालांकि, उस वक्त राहुल गांधी ने पंजाब चुनाव के वक्त सुनील जाखड़ को मनाने की कोशिश भी की थी.
कांग्रेस ने दो साल के लिए किया था सस्पेंड
दरअसल, AICC के अनुशासनात्मक पैनल ने 26 अप्रैल को सुनील जाखड़ को 2 सालों के लिए पार्टी से सस्पेंड कर दिया था. उन्होंने पंजाब पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना की थी और पंजाब में आम आदमी पार्टी से कांग्रेस की हार के बाद उन्हें पार्टी के लिए जिम्मेदार करार दिया था.
'कांग्रेस के चिंतन शिविर पर उठाए थे सवाल'
सुनील जाखड़ ने इस्तीफे का ऐलान करते वक्त कांग्रेस को नसीहत भी दी थी. उन्होंने कहा था कि इस तरीके से चिंतन शिविर लगाने से कुछ नहीं होगा. सुनील जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस का चिंतन शिविर सिर्फ औपचारिकता था. कांग्रेस को चिंता शिविर की जरूरत है.
उन्होंने कहा, यूपी चुनाव में 390 सीटों पर कांग्रेस पार्टी को कुछ हजार वोट मिले. गोवा-उत्तराखंड में सरकार के खिलाफ विरोध के बाद भी कांग्रेस जीत नहीं पाई. मैं मानता हूं कि कांग्रेस को इस पर सोचने की जरूरत है. इन खामियों के लिए मैं सिर्फ हाईकमान को जिम्मेदारी नहीं ठहरा रहा, इसमें और की भी कमियां रही हैं.
सिद्धू ने किया था जाखड़ का बचाव
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने सुनील जाखड़ का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को सुनील जाखड़ को नहीं छोड़ना चाहिए. वो कांग्रेस पार्टी की एक संपत्ति है. किसी भी मतभेद को मेज पर हल किया जा सकता है.