
अपनी स्थापना के बाद सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही कांग्रेस के पुनरुत्थान के लिए पार्टी अब पदयात्रा के चिर-परिचित नुस्खे को आजमाने निकली है. पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी में नई जान फूंकने के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर तक 170 दिन तक चलने वाली पदयात्रा पर निकले हैं. राहुल गांधी की इस भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच सियासी जंग छिड़ी हुई है तो वहीं इस दौरान अलग-अलग रंग भी दिख रहे हैं.
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के भी अलग-अलग रूप देखने को मिल रहे हैं. यात्रा की शुरुआत में ही जहां राहुल गांधी ने केरल में एक बच्ची के जूते का बकल लगाया तो वहीं आंध्र प्रदेश में एक मासूम को अपने कंधे पर बिठाकर संवेदनशीलता दिखाई. राहुल गांधी ने कर्नाटक और तेलंगाना में दौड़ लगाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संदेश दिया तो वहीं पुशअप लगाकर अपनी फिटनेस भी साबित की.
राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के बीच जिस इलाके में पहुंचे, उसी के रंग में रंगे नजर आए. जिस आयुवर्ग के लोगों से मिले, उनके साथ ही ढल गए. वे छोटे बच्चों से मिले तो उनपर प्यार लुटाया, स्नेह दिया, लाड़ किया. युवाओं के बीच पहुंचे तो उनके साथ ही हो लिए क्रिकेट-फुटबॉल भी खेली. राहुल गांधी का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वे क्रिकेट खेलते एक बच्चे के लिए गेंदबाजी करते नजर आ रहे थे.
राहुल गांधी जब तेलंगाना पहुंचे, पूरी तरह से तेलंगाना के रंग में रंगे नजर आए. वे तेलंगाना के पारंपरिक त्यौहार बोनालु में शामिल हुए. राहुल गांधी इस दौरान स्थानीय परंपराओं का निर्वाह करते हुए वे खुद को कोड़े मारते भी नजर आए. तेलंगाना में ही वे स्थानीय कलाकारों के बीच पहुंच गए और ढोल बजाने के साथ ही घुसादी नर्तकियों के साथ नृत्य भी किया.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चित्रगुप्त में टंकी पर चढ़कर तिरंगा भी फहराया. सोनिया गांधी जब भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं तो वे उनके जूते का फीता बांधते भी दिखे. सोनिया गांधी के स्वास्थ्य को देखते हुए राहुल ने उन्हें थोड़ी दूर चलने के बाद आराम करने भेज दिया. राहुल गांधी अपनी इस पदयात्रा के दौरान किसानों से जुड़ी समस्याओं को लेकर सक्रिय दिखे हैं.
राहुल गांधी ने आंध्र प्रदेश के किसानों से मुलाकात की और उनकी समस्या को लेकर चर्चा की. राहुल ने किसानों की समस्याओं के निस्तारण के लिए अपनी तरफ से हर संभव कोशिश करने का आश्वासन भी दिया. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के व्यक्तित्व के विविध रंग सामने आए हैं. राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उठते रहे हैं. ऐसे में देखना ये भी होगा कि राहुल गांधी की ये यात्रा कांग्रेस के पुनरुत्थान और उनके सियासी सफर को गति देने में कितनी सफल रहती है.