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भारत जोड़ो यात्रा पर राहुल गांधी की चिट्ठी, कांग्रेस करेगी हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम की शुरुआत

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के बीच एक चिट्ठी लिखी है. उस चिट्ठी में उन्होंने बताया है कि ये कोई यात्रा नहीं एक तपस्या है. राहुल ने जोर देकर कहा है कि नफरत वाली राजनीति की अपनी सीमाएं होती हैं.

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रही है. जम्मू-कश्मीर में इस यात्रा का समापन होगा. अब उस बीच राहुल गांधी की एक चिट्ठी सामने आई है. इस चिट्ठी में राहुल गांधी ने कई मुद्दों पर विस्तार से बात की है. उनकी तरफ से अपनी यात्रा को एक तपस्या बताया गया है. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि ये देश नफरती ताकतों को ज्यादा दूर तक जाने नहीं देगा.

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राहुल गांधी ने चिट्ठी में बताया है कि भारत जोड़ो यात्रा के जरिए उन्होंने कई लोगों से मुलाकात की है. कई लोगों की दर्द-परेशानी को समझा है. उन्होंने जोर देकर कहा कि मेरा जीवन का अब यही उदेश्य है कि मुझे गरीबों के हक की लड़ाई लड़नी है, पिछड़ों की आवाज उठानी है. राहुल ने कहा कि मुझे देश को अंधेरे से उजाले की ओर लेकर जाना है, नफरत को मोहब्बत में बदलना है. चिट्ठी में कांग्रेस नेता ने साफ कहा है कि इस समय देश कई परेशानियों से जूझ रहा है. महंगाई चरम पर पहुंच गई है, युवा बेरोजगार हैं, किसान कर्ज तले दबा जा रहा है और सारी संपत्ति चंद उद्योगपतियों के पास रह गई है.

कांग्रेस नेता ने बिना बीजेपी का नाम लिए कहा कि ये ताकतें जानती हैं कि लोगों के दिल में असुरक्षा का भाव पैदा कर ही उन्हें बांटा जा सकता है. लेकिन उन्हें पूरा विश्वास है कि नफरत वाली राजनीति की अपनी सीमाएं हैं और ये ज्यादा दिन तक नहीं टिक सकतीं. अब इस चिट्ठी में राहुल गांधी ने लोगों के सामने अपना विजेन भी रखा है. उन्होंने कहा है कि ऐसा भारत बनाया जाएगा जो खुशहाली से भरा हो, जहां पर किसानों को अपनी फसलों का सही दाम मिले, युवाओं को रोजगार मिले, डीजल-पेट्रोल सस्ता हो, रुपया डॉलर के सामने मजबूत हो और गैस सिलेंडर की कीमत 500 रुपये से ज्यादा ना हो. अब एक तरफ राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा समापन की ओर है, तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी हाथ जोड़ो हाथ कार्यक्रम की भी शुरुआत करने जा रही है.

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