कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि देश में 12 करोड़ रोजगार गायब है. 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था गायब है. आम जनता की आमदनी गायब हो गई है. लेकिन सरकार से सवाल पूछा तो उधर से कोई जवाब नहीं मिलता है.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, '12 करोड़ रोजगार गायब. 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था गायब. आम नागरिक की आमदनी गायब. देश की खुशहाली और सुरक्षा गायब. सवाल पूछो तो जवाब गायब. विकास गायब है.'
🔹 12 करोड़ रोज़गार गायब
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 4, 2020
🔹 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था गायब
🔹 आम नागरिक की आमदनी गायब
🔹 देश की खुशहाली और सुरक्षा गायब
🔹 सवाल पूछो तो जवाब गायब।#विकास_गायब_है
असल में, राहुल गांधी लगातार अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर मोदी सरकार को विफल बताकर सवाल खड़े कर रहे हैं. गुरुवार को उन्होंने कहा था कि नोटबंदी हिंदुस्तान के गरीब-किसान-मजदूर पर हमला था. 8 नवंबर की रात 8 बजे प्रधानमंत्री मोदी ने 500-1000 के नोट बंद कर दिए. इसके बाद पूरा देश बैंक के सामने जाकर खड़ा हो गया. राहुल गांधी ने पूछा कि क्या इससे काला धन मिटा? क्या लोगों को इससे फायदा हुआ? दोनों का जवाब नहीं है.
राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी से सिर्फ अमीरों को फायदा मिला, आपका पैसा घरों से निकालकर उसका प्रयोग अमीर लोगों का कर्ज माफ कर दिया गया. उन्होंने कहा कि देश का असंगठित क्षेत्र कैश पर काम करता है, नोटबंदी से कैशलेस इंडिया चाहते थे, अगर ऐसा होगा तो ये क्षेत्र ही खत्म हो जाएगा. इसलिए इसकी वजह से किसान, मजदूर, छोटे कारोबारियों को इससे नुकसान हुआ. कांग्रेस नेता का कहना था कि छोटे कारोबारी बिना कैश के नहीं जी सकते हैं. हमें नोटबंदी के इस हमले को पहचानना होगा और देश को इसके खिलाफ लड़ना होगा.