कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा? राहुल गांधी या गांधी परिवार का कोई और सदस्य ये जिम्मेदारी उठाएगा? या फिर कोई नया चेहरा ही इस पद पर काबिज होगा. इसे लेकर कई तरह की सियासी चर्चाएं गरम हैं, तो कांग्रेस के अंदर का कोलाहल भी बाहर आता दिख रहा है. इस बीच राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष ना बनने की खबरें भी सामने आई हैं और अब इसी बात को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आजतक से एक्सक्लूसिव चर्चा में अहम बात कही है.
कौन उड़ा रहा अफवाहें?
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा- मैं नहीं जानता कि सूत्रों पर आधारित ये खबरें कहां से आ रही हैं. क्या कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सीधे राहुल गांधी को नहीं बोल सकते कि उन्हें उन पर भरोसा है और उन्हें पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए. कौन है वो लोग जो इस तरह की बात उठने से पहले ही फैसले ले रहे हैं?
राहुल गांधी ने अध्यक्ष बनने से नहीं किया मना
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा- मुझे नहीं पता, राहुल गांधी न कभी भी मना (अध्यक्ष बनने) किया है. ना ही अभी तक ये तय हुआ है कि कौन नामांकन (अध्यक्ष बनने के लिए) दाखिल करेगा. सब अटकलें हैं. मुझे पता नहीं ये खबर कौन चला रहा हैं? हम में से तो किसी को भी राहुल गांधी ने ये कहा नहीं कि वो नामांकन नहीं भरेंगे. वो क्यों ऐसा करेंगे? अभी नामांकन भरने का समय आया है. जब वो वापिस आएंगे तो हम सब उनसे बात करेंगे, अपनी बात रखेंगे और फिर निर्णय होगा.
वो कांग्रेस के अध्यक्ष थे. पिछले आम चुनावों में कांग्रेस की हार हुई थी और इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था. आजकल कौन ऐसा करता है?
बीजेपी के खिलाफ निडर आवाज हैं राहुल गांधी
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि आज कौन है जो बीजेपी की नीतियों के खिलाफ खुलकर लड़ रहा है. बीजेपी के खिलाफ निडर आवाज राहुल गांधी हैं. जो लोग कांग्रेस की विचारधारा, सिद्धांत और प्रतिबद्धता में विश्वास रखते हैं. वो सभी 100% लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी कांग्रेस का नेतृत्व करें. उन्होंने सबसे मुश्किल वक्त में पार्टी को लीड किया है. वो देश में हो रही हिंसा के खिलाफ बोलते रहे हैं.
आनंद शर्मा ने कितने लोगों को पार्टी का सदस्य बनाया?
इस बीच कांग्रेस के बागी नेताओं पर पार्टी की राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन ने कई सवाल उठाए. उन्होंने कहा- मैं मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम और आनंद शर्मा से पूछना चाहती हूं कि उन्होंने अपने जिले में कितने लोगों को पार्टी का मेंबर बनवाया है. वो पार्टी अध्यक्ष पद के इलेक्टोरल का नाम उजागर करने की बात कर रहे हैं, ऐसे में मुझे लगता है कि अगर उन्होंने लोगों को मेंबर बनवाया होता तो उनको मालूम होता कि इलेक्टोरल में कौन लोग शामिल हैं. पूरे राज्य की बात तो छोड़ दें, वे यही बतादें कि उनके जिले में उनके ब्लॉक में पार्टी के कितने मेंबर हैं. मैं दावा करती हूं कि जितने भी ये बड़े-बड़े नेता हैं, उनमें से एक भी नेता का पार्टी के सदस्यता अभियान में 1% भी योगदान नहीं है.
आजाद ने सबसे ज्यादा मलाई खाई
उन्होंने गुलाम नबी आजाद को लेकर भी कई बातें कहीं. रंजीत रंजन ने कहा- जो शब्द मैंने उनके टीवी पर सुने, तो मुझे लगा कि हम नौसिखिया ही सही हैं, क्योंकि अगर बुजुर्ग के ये शब्द हैं तो आज लोगों को एहसास हो गया होगा कि राहुल गांधी से उनकी क्यों नहीं बनी. 42 साल तक जिन्होंने कांग्रेस पर राज किया, पार्टी से पद लिए, और उन्होंने कांग्रेस को नहीं, बल्कि कांग्रेस ने उनको बनाया. उन्होंने पार्टी में रहकर सबसे ज्यादा मलाई खाई और वो इस तरह की हरकत कर रहे हैं. मैं फिर कहूंगी कि जब घर का बुजुर्ग घर का सम्मान छोड़ के घर से निकल जाता है, तो वो अपमानित होता है ना की घर अपमानित होता है.