कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने आज कांग्रेस के 'भारत जोड़ो' अभियान पर बात की. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि अगर उनके साथ इस अभियान में कोई नहीं भी चला तो भी वह रुकेंगे नहीं. राहुल बोले कि मेरे साथ कोई चले, ना चले, मैं अकेला चलूंगा.
दिल्ली में कॉन्स्टीट्यूशन क्लब मीट के दौरान राहुल गांधी ने सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. कांग्रेस के मुताबिक, यहां आर्थिक-सामाजिक मुद्दों व आगामी 'भारत जोड़ो' यात्रा के साथ सामाजिक संगठनों को जोड़ने पर चर्चा हुई.
कार्यक्रम में राहुल ने कहा कि देश की राजनीति पोलोराइज हो गई है. हम अपनी यात्रा में बताएंगे कि कैसे एक तरफ संघ की विचारधारा है और दूसरी तरफ हम लोगों की सबको साथ जोडने की विचारधारा है.
राहुल ने कहा कि हम इस विश्वास को लेकर यात्रा शुरू कर रहे हैं कि भारत के लोग तोड़ने की नहीं जोड़ने की राजनीति चाहते हैं. नफरत करने वालों और देश में विभाजन फैलाने वालों के अलावा भारत जोड़ो यात्रा में सबका स्वागत है.
राहुल गांधी से बातचीत के बाद करीब 150 सिविल सोसायटी संगठनों ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के समर्थन का ऐलान किया है. सिविल सोसायटी संगठनों ने बयान जारी कर कहा है कि पांच महीने चलने वाली इस यात्रा के लिए कांग्रेस ने हमसे समर्थन मांगा है. आज कॉन्कलेव में भारत के करीब 150 सिविल सोसायटी संगठनों ने हिस्सा लिया. सबने भारत जोड़ो यात्रा के साथ एकजुट होने का फैसला किया है.
योगेंद्र यादव भी आए कांग्रेस के साथ
ऐसे विभिन्न संगठनों से जुड़े योगेंद्र यादव, अरुणा राय, सैयदा हमीद, पीवी राजगोपाल, बेजवाड़ा विल्सन, देवनूरा महादेवा, जीएन देवी ने भी कांग्रेस की यात्रा का समर्थन करने का ऐलान कर दिया है. योगेंद्र यादव ने इस मौके पर कहा कि यह यात्रा वक्त की जरूरत है और हम इसका समर्थन करते हैं.
क्या है कांग्रेस का 'भारत जोड़ो' अभियान?
कांग्रेस ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक 'भारत जोड़ो' अभियान शुरू करने की बात कही है. यह यात्रा 7 सितंबर से शुरू हो रही है. कांग्रेस के मुताबिक, भारत जोड़ो यात्रा लगभग 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से होते हुए करीबन 3500 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. यह सारी दूरी पदयात्रा के रुप में तय की जाएगी. इस पदयात्रा में कांग्रेस पार्टी का पूरा नेतृत्व और कार्यकर्ता भाग लेंगे.
कहा गया कि यह यात्रा नफरत, कट्टरवाद और ध्रुवीकरण की राजनीति से लड़ने के प्रति समर्पित सभी भारतीयों को एकसूत्र में बांधने का एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन है.