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मॉनसूत्र सत्र के दौरान अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही हंगामे की भेट चढ़ चुकी है. इस सत्र में पेगासस जासूसी कांड के साथ कोरोना त्रासदी का मुद्दा सबसे गर्म है. इस बीच सरकार ने कहा है कि अनुमान है कि दिसंबर तक 18 साल से अधिक उम्र वालों का वैक्सीनेशन हो जाएगा. वहीं, कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम पर अब तक कुल 9,725.15 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं
दरअसल, सत्र के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 18 प्लस के वैक्सीनेशन और अब तक हुए खर्च का ब्यौरा मांगा था, जिसका जवाब स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से दिया गया है.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉक्टर भारती प्रवीण पवार की ओर से दिए गए जवाब में कहा गया कि टीकाकरण एक सतत और व्यापक प्रक्रिया है. अगस्त, 2021 से दिसंबर 2021 के वैक्सीन की कुल 135 करोड़ डोज उपलब्ध होने का अनुमान है और 18 से अधिक उम्र वालों का टीकाकरण दिसंबर 2021 तक हो जाएगा.
वैक्सीन और वैक्सीनेशन ड्राइव पर 9725.15 करोड़ खर्च
स्वदेशी वैक्सीन की खरीद और अब तक हुए खर्च के सवाल पर राज्य मंत्री डॉक्टर भारती प्रवीण पवार ने कहा कि स्वदेशी वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों के साथ खरीद में कोई देरी नहीं हुई है. कंपनियों को दिए गए आपूर्ति आदेशों के लिए अग्रिम भुगतान भी कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम पर अब तक कुल 9,725.15 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, जिसमें टीकों की खरीद और टीकों की परिचालन लागत शामिल है.
बता दें कि मंगलवार को मोदी सरकार ने राज्यसभा में बताया था कि दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत की की जानकारी राज्यों ने नहीं दी है. सरकार के इस जवाब पर जमकर हंगामा मचा था. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव तक लाने की कवायद छिड़ गई थी.