कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान केंद्र सरकार पर बयानों के गहरे और धारदार तीर छोड़े. सुप्रीम कोर्ट से लोकसभा की सदस्यता बहाली के बाद सदन पहुंचे राहुल ने सरकार पर बेहद आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए कहा कि भारत माता की हत्या आपने मणिपुर में की है, आप देशद्रोही है. आप देशप्रेमी नहीं हैं. आप भारत माता के रखवाले नहीं हैं, आप भारत माता के हत्यारे हैं.
लोकसभा की सदस्यता बहाल होने के बाद पहली बार सदन में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पिछली बार मैंने अडाणी के ऊपर बोला था तो लोगों को काफी कष्ट हुआ था, लेकिन अगर आपको कष्ट हुआ था तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं, लेकिन मैंने सिर्फ सच्चाई रखी थी.
आज आपको घबराने की जरूरत नहीं
राहुल ने कहा कि आपको अब डरने की जरूरत नहीं है. कोई घबराने की जरूरत नहीं है. आज मेरा भाषण अडानी पर नहीं बोलने जा रहा है. आप रिलेक्स कर सकते हैं. शांत रह सकते हैं. आज मैं अपना भाषण अडानी पर नहीं बोलूंगा. आज स्पीच का डायरेक्शन दूसरी ओर है.
जो शब्द दिल से आते हैं, दिल में जाते हैं
केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने अपने भाषण में सूफी संत रूमी का जिक्र किया और कहा कि रूमी ने कहा था, जो शब्द दिल से आते हैं, वो दिल में जाते हैं. आज दिमाग से नहीं, दिल से बोलना चाह रहा हूं.
उन्होंने कहा कि आज एक दो गोले जरूर मारूंगा मगर इतना नहीं मारूंगा. राहुल ने कहा कि 130 दिन के लिए भारत के एक कोने से दूसरे कोने तक गया. समंदर के तट से कश्मीर की बर्फीली पहाड़ी तक चला. बहुत लोग ने मुझसे पूछा यात्रा के दौरान तुम क्यों चल रहे हो. कन्याकुमारी से कश्मीर तक क्यों जा रहे हो. शुरुआत में मेरे मुंह से जवाब नहीं निकलता था. शायद मुझे ही नहीं मालूम था कि मैं क्यों यात्रा कर रहा हूं.
मोदी जी की जेल जाने को तैयार हूं.
राहुल गांधी ने अपनी यात्रा का उद्देश्य समझाते हुए कहा कि मैं लोगों को जानना चाहता था, उन्हें समझना चाहता था. थोड़ी देर में मुझे बात समझ आने लगी. जिस चीज के लिए मैं मरने को तैयार, जिस चीज के लिए मोदी की जेलों में जाने के लिए तैयार. जिस चीज को मैंने हर रोज गाली खाई. उस चीज को समझना चाहता था. ये है क्या? जिसने मेरे दिल को इतनी मजबूती से पकड़ रखा था, उसे समझना चाहता था.
मेरा भेड़िया जैसा अहंकार चींटी बन गया
राहुल ने अपनी भारत यात्रा के बारे में कहा कि वे सालों से 8-10 किलोमीटर रोजाना दौड़ते हैं, तो रोज 20-25 किलोमीटर चलना मेरे लिए कौन सी बड़ी बात है. राहुल ने कहा कि ये मेरा अहंकार था, मगर भारत अहंकार को एकदम मिटा देता है, एक सेकेंड में मिटा देता है. दो-तीन दिन में मेरे घुटनों में जबरदस्त दर्द शुरू हो गया. रोज दर्द होता था, कदम कदम चलने से दर्द होता था. इस तरह मेरा भेड़िया जैसा जो अहंकार था वो चींटी बनकर निकल गया. जो हिन्दुस्तान को अहंकार से देखने निकला था वो पूरा अहंकार गायब हो गया.
भारत एक आवाज है
कांग्रेस सांसद ने कहा कि लोग कहते हैं कि ये देश है, कोई कहता है कि ये अलग अलग भाषाएं हैं. कोई कहता है कि धर्म है. ये सोना है. ये चांदी है. मगर सच्चाई है कि देश एक आवाज है. यह देश सिर्फ एक आवाज है. दर्द है, दुख है. कठिनाई है. अगर इस आवाज को सुनना है, तो जो हमारा अहंकार है, उसे किनारे करना पड़ेगा. तभी वो आवाज सुनाई देगी.
'आपने मणिपुर में भारत माता की हत्या की है, आप देशद्रोही हो', मोदी सरकार पर राहुल का सबसे बड़ा वार
आपने मणिपुर दो भागों में बांट दिया
केंद्र सरकार पर बरसते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मणिपुर को आपने दो भागों में बांट दिया है. मैं मणिपुर में रिलीफ कैंप में गया वहां मैंने महिलाओं से बात की. लेकिन प्रधानमंत्री ने आज तक बात नहीं की. मणिपुर दौरे के बारे में बताते हुए राहुल ने कहा कि पीएम मोदी मणिपुर नहीं गए क्योंकि उनके लिए मणिपुर भारत नहीं है.
मणिपुर की कहानी, राहुल की जुबानी
राहुल ने कहा कि मणिपुर की सच्चाई है कि मणिपुर नहीं बचा है. आपने मणिपुर को दो भागों में बांट दिया है. तोड़ दिया है. मैं राहत शिविरों में गया हूं, मैंने वहां महिलाओं से बात की. एक महिला से पूछा कि क्या हुआ तुम्हारे साथ. उसने कहा, मेरा छोटा सा बेटा, एक ही बेटा था. मेरे आंखों के सामने उसको गोली मारी गई. मैं पूरी रात उसकी लाश के साथ लेटी रही. फिर मुझे डर लगा, मैंने अपना घर छोड़ दिया. मैंने पूछा कि कुछ तो लाई होगी. उसने कहा कि मेरे पास सिर्फ मेरे कपड़े हैं और एक फोटो निकालती है, कहती है कि यही बस मेरे पास बची है.
राहुल गांधी ने कहा, एक और उदाहरण दूसरे कैंप में एक महिला मेरे पास आई. मैंने उससे पूछा, तुम्हारे साथ क्या हुआ? जैसे ही मैंने उससे ये सवाल पूछा, वैसे ही एक सेकंड में वह कांपने लगी. उसने अपनी दिमाग में वह दृश्य देखा और वह बेहोश हो गई. मेरे सामने बेहोश हो गई. मैं ये सिर्फ दो उदाहरण दिए हैं.
मणिपुर में हिन्दुस्तान की हत्या हुई
राहुल गांधी ने कहा कि इन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है. इन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान को मारा है. हिंदुस्तान का मणिपुर में कत्ल किया है, मर्डर किया है. राहुल ने कहा कहा कि बीजेपी ने हिन्दुस्तान की हत्या की है. इनकी राजनीति ने मणिपुर को नहीं मारा है बल्कि हिन्दुस्तान को मणिपुर में मार दिया है. हिन्दुस्तान में मणिपुर मारा गया है. मणिपुर के लोगों की हत्या करके आपने भारत माता की हत्या कर दी है. आप देशभक्त नहीं देशद्रोही हैं. इसलिए आपके पीएम मणिपुर में नहीं जा सकते हैं. क्योंकि हिंदुस्तान की हत्या की गई है. भारत माता की हत्या की है. आप भारत माता के रखवाले नहीं हो, आप भारत माता के हत्यारे हो.
सेना एक दिन में शांति ला सकती है
राहुल गांधी ने भारत माता का जिक्र करते हुए कहा कि मैं अपनी मां की हत्या की बात कर रहा हूं. मैं आदर से बोल रहा हूं. हिंदुस्तान की सेना मणिपुर में एक दिन में शांति ला सकती है. लेकिन आपका उसका इस्तेमाल नहीं कर रहे हो. क्योंकि आप मणिपुर में भारत माता को मारना चाहते हैं.
रावण सिर्फ दो लोगों की सुनता था...
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सदन में रामायण के पात्र रावण का जिक्र करते हुए सरकार पर बोला. राहुल ने कहा कि रावण दो लोगों की सुनता था, मेघनाथ और कुंभकर्ण, उसी तरह मोदी सिर्फ दो लोगों की सुनते हैं अमित शाह और अडानी की. राहुल गांधी ने कहा कि लंका को हनुमान ने नहीं जलाया था, अहंकार ने लंका को जलाया था. राम ने रावण को नहीं मारा था, अहंकार ने उसे मारा था. कांग्रेस सांसद ने कहा कि आप पूरे देश में केरोसिन फेंक रहे हो.